Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Charkhi-Dadri : बिना कोचिंग, लाखों का पैकेज छोड़ निधि बनी आर्मी में लेफ्टिनेंट

गांव रानीला में बेटी की उपलब्धि पर खुशी से नाच उठे ग्रामीण, किया सम्मानित
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
चरखी दादरी के गांव रानीला में बृहस्पतिवार को होली पर्व पर लेफ्टिनेंट निधि को सम्मानित करते ग्रामीण। -हप्र
Advertisement

प्रदीप साहू

चरखी दादरी, 13 मार्च (हप्र)

Advertisement

अगर मन में कुछ करने की इच्छा हो तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। ऐसा ही मुकाम चरखी दादरी के गांव रानीला की बेटी निधि लोरा ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर गांव व राज्य का नाम रोशन किया है। बिना कोचिंग पढ़ाई कर और निजी क्षेत्र में 20 लाख रुपए का पैकेज छोड़कर निधि ने आर्मी में लेफ्टिनेंट बनने का सपना पूरा किया। बैंगलोर में हुई पासिंग आउट परेड में निधि को लेफ्टिनेंट के पद पर कमीशन मिला। उनके घर लौटने पर परिवार और गांव में जश्न का माहौल है। ग्रामीणों द्वारा आयोजित कार्यक्रम में निधि को सम्मानित किया गया।

पिता आर्मी में हवलदार

निधि का जन्म 9 अगस्त 1998 में रानीला के एक साधारण परिवार में हुआ। पिता मनोज कुमार आर्मी में हवलदार हैं और मां सरीता देवी गृहिणी हैं। पिता व परिवार से प्रेरणा लेते हुए निधि ने मेहनत और दृढ़ संकल्प से भारतीय सेना में जाने का अपना सपना पूरा किया। एमडीयू से 2020 बैच में इंजीनियरिंग में गोल्ड विजेता निधि एमबीए पास हैं। निधि ने निजी कंपनी में 20 लाख के पैकेज को छोड़कर बिना कोचिंग लेफ्टिनेंट बनी। पिता मनोज व चाचा सतेंद्र ने बताया कि निधि ने सीडीएस परीक्षा पास कर ऑफिसर ट्रेनिंग अकेडमी बिहार के गया में प्रशिक्षण लिया और आर्मी में लेफ्टिनेंट बन गईं। निधि ने भारतीय सेना की कठिन ट्रेनिंग के दौरान 3 गोल्ड, 2 सिल्वर व 2 कांस्य पदक भी जीते। गांव में होली पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में सरपंच संजीत सिंह की अध्यक्षता में लेफ्टिनेंट निधि को सम्मानित किया गया। मौके पर कमिश्नर विकास सांगवान, सांसद धर्मबीर सिंह के बेटे मोहित चौधरी, जिला पार्षद मोहित साहू, पूर्व सरपंच ऋषि साहू, मास्टर महावीर सिंह, रवि व सतेंद्र मौजूद रहे।

चरखी दादरी के गांव रानीला में बृहस्पतिवार को होली पर्व पर लेफ्टिनेंट निधि को सम्मानित करते ग्रामीण। -हप्र

Advertisement
×