सफीदों (निस) :
कालवा गांव के आर्य गुरुकुल में सात दिवसीय चरित्र निर्माण शिविर शुरू हो गया। इस अवसर पर आयोजकों द्वारा बच्चों व युवा पीढी के लोगों को शिविर के प्रति प्रेरित करते हुए विस्तार से बताया गया कि मनुष्य के बचपन के व्यवहार का असर जीवनभर उसपर रहता है। इसलिए बच्चों के लिए ऐसे शिविर महत्वपूर्ण हैं। गुरुकुल झज्जर के संचालक आचार्य विजयपाल ने कहा कि माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चे ऐसे शिविरों में भेंजे ताकि वे जीवन में सभी कठिनाइयों व विपरीत परिस्थितियों का आसानी से मुकाबला कर सकें। इस मौके पर हरियाणा राज्य गौशाला संघ के प्रदेशाध्यक्ष शमशेर आर्य, गुरुकुल के संरक्षक स्वामी वेदरक्षानंद, महात्मा धर्ममुनि ने भी अपने विचार रखे। शिविर के प्रशिक्षक पवित्र आर्य ने बताया कि इस शिविर में दंड बैठक, आसन, प्राणायाम, शस्त्र चालन आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।