चंडीगढ़, 4 मार्च (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि विधानसभा सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार को पेश किया गया विधिविरुद्ध धर्म परिवर्तन निवारण विधेयक-2022 किसी को बांटने के लिए नहीं, बल्कि समाज में सौहार्द एवं भाईचारा बनाए रखने के लिए है। पिछले दिनों धोखे, लालच और विदेश ले जाने व व्यवसाय बढ़ाने के नाते तथा घर से भाग कर धर्म परिवर्तन करने की यमुनानगर, पानीपत, फरीदाबाद, गुरुग्राम व नूंह में काफी घटनाएं हुई हैं। ये चिंताजनक हैं।
उन्होंने कहा कि कई मामलों में एफआईआर भी दर्ज हुई हैं। इस तरह की घटनाएं पूरे देश में हो रही हैं और अलग-अलग प्रदेशों ने अपने हिसाब से कानून बनाए हैं। मुख्यमंत्री विधानसभा सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर चल रही बहस के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा, बिल पारित होने के बाद आगे तो यह लागू होगा ही होगा, लेकिन अगर पुराने मामलों में यदि कोई शिकायत आती है तो उसमें भी कार्रवाई की जाएगी।
मिशनरी के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म के व्यक्तियों को कहीं भी धर्मस्थल बनाने पर प्रतिबंध नहीं है। जिस धर्म के बारे प्रश्न किया गया है, उसके चंगाई सम्मेलनों में धार्मिक ओरा देकर लोगों में बीमारियां दूर करने का आश्वासन देकर अंधविश्वास फैलाते हैं, यह विधेयक उनके खिलाफ भी है। लाल डोरा के संबंध में उन्होंने कहा कि करनाल के सिरसी गांव से 26 जनवरी, 2020 को शुरू हुई इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामित्व योजना के नाम के कई राज्यों में लागू किया है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पंचायत को ग्राम सभा की बैठक में यह बताना होता है कि लाल डोरे के अंदर उक्त जमीन पर किसका कब्जा है। उन्होंने कहा कि अब तक 3000 गांवों में लाल डोरे के अन्दर 10 लाख संपत्तियों का चयन किया गया है और साढ़े तीन लाख रजिस्ट्रियां हो चुकी हैं।
1014 की हुई वापसी
ऑपरेशन गंगा को लेकर सीएम ने कहा कि अब तक हरियाणा के 1815 छात्रों की पहचान की है, जो पहले 1785 थी। अब तक 1014 छात्र वापस लौट चुके हैं और यूक्रेन के विभिन्न शहरों में 123 छात्र फंसे हुए हैं। 599 छात्र पोलेंड, हंगरी व स्लोवाकिया देशों के बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं। 59 से संपर्क नहीं हो पाया है। हरियाणा के 20 विद्यार्थी पहंचने वाले हैं। यह समस्या भारत की ही नहीं बल्कि दुनिया की समस्या बन गई है। सभी को सुरक्षित लाना पहली प्राथमिकता है।