जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 25 नवंबर
भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बृहस्पतिवार को पंजाब में विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने एवं प्रचार करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वे अपना राजनीतिक दल बनाकर प्रत्याशियों को चुनाव लड़वाएंगे। वे बृहस्पतिवार को ‘संविधान, देश और मजदूर बचाओ’ सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
चढूनी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब तक सरकार किसानों की बाकी मांगें नहीं मान लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। मिशन पंजाब को लेकर उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वे पंजाब चुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे और उनको चुनाव भी लड़वाएंगे। प्रचार करने भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने संसद में कानून वापसी बिल पेश करने की बात कही है और वे आशा करते हैं कि जिन मुद्दों को छुआ ही नहीं गया, सरकार उनका समाधान भी करेगी। उन्होंने कहा कि मिशन पंजाब-2022 जारी है। पंजाब की सभी सीटों पर चुनाव लड़कर एक मॉडल पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे खुद का राजनीतिक दल बनाकर उम्मीदवार उतारेंगे। उन्होंने कहा कि अब फोकस पंजाब है। हरियाणा में चुनाव होंगे तक इस पर विचार करेंगे। इस मौके पर भाकियू के जिला प्रधान मलकीयत सिंह, हरपाल धन्यौड़ा, बलजिंद्र चुडियाला, अमरजीत मोहड़ी मौजूद रहे।
भाकियू नेताओ ने ही किया बायकाॅट
सम्मेलन का भाकियू के अम्बाला ब्लाक-1 के प्रधान सुखविंद्र जलबेड़ा, जय सिंह जलबेड़ा व उनके साथियों ने सम्मेलन का बायकाॅट किया। सुखविंद्र ने कहा कि यह राजनीतिक सम्मेलन है, जिसका किसानों का कोई हित पूरा नहीं होने वाला। इससे किसान आंदोलन कमजोर होगा।
सरकार में शामिल नहीं हूंगा : सोमबीर
सम्मेलन में पहुंचे चरखी दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने कहा कि सयुंक्त किसान मोर्चा जो आदेश देगा उसे मानेंगे। किसान आंदोलन खत्म होने बाद हरियाणा सरकार में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार में शामिल होने का सवाल ही पैदा नहीं होता।