नरेश जैन/निस
सिरसा, 10 अप्रैल
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि केंद्र व हरियाणा सरकार भारतीय संस्कृति पर काम करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। आजादी के अमृत महोत्सव की शृंंखला में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा सांस्कृतिक समारोह अनुदान योजना, टैगोर राष्ट्रीय फेलोशिप योजना, सांस्कृतिक विरासत नेतृत्व कार्यक्रम आदि योजनाएं शुरु की गई है। इन योजनाओं को मूर्त रूप देने के लिए केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष के बजट में तीन हजार करोड़ से भी अधिक राशि देने का प्रावधान किया है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को हारे का सहारा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा स्वर्गीय सुशीला देवी एवं ललिता देवी की पुण्य स्मृति पर धार्मिक महोत्सव एवं सम्मान कार्यक्रम में भगवान जगन्नाथ के रथ के पवित्र पहियों का अनावरण कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल, हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह, पंचायत एवं विकास मंत्री देवेंद्र बबली, जजपा के संस्थापक अजय चौटाला, समाजसेवी बृज मोहन सिंगला, ट्रस्ट के प्रधान मनीष सिंगला, ट्रस्ट के संरक्षक आकाश सिंगला, भाजपा के जिलाध्यक्ष आदित्य देवीलाल, पूर्व विधायक मक्खन लाल सिंगला आदि मौजूद थे। ओडिशा के राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल ने कहा कि युगो-युगो से महाप्रभु रथ पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देते रहे हैं। जैसे ही भगवान श्री जगन्नाथ रथ पर विराजमान होते हैं, रथ मंदिर बन जाता है और महाप्रभु उस मंदिर के अधिष्ठाता देवता हैं। इसलिए रथ को छूने मात्र से ही जन्म-जन्मांतर के पापों का क्षय हो जाता है।
ग्रामीणों ने रखी समस्याएं
कलायत (निस): राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय रविवार को बाद दोपहर कलायत उपमंडल के गांव सिमला के ग्राम सचिवालय पहुंचे। वहां पर उन्होंने स्थानीय लोगों से गांव में आने वाली समस्या व परेशानियों को लेकर चर्चा की। ग्रामीणों ने राज्यपाल दत्तात्रेय को हरियाणा के गांवों की सभ्यता के बारे में अवगत करवाया। इस दौरान महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री कमलेश ढांडा, डीसी प्रदीप दहिया भी मौजूद थे।