प्रथम शर्मा/रोहित विद्यार्थी
झज्जर/बहादुरगढ़, 11 दिसंबर
केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और संयुक्त किसान मोर्चा के ऐलान के बाद आंदोलनकारी किसान घरों को लौट रहे हैं। शनिवार को किसानों ने फतेह मार्च के साथ कुंडली, टीकरी बाॅर्डर, शंभू बॉर्डर पर जमकर जश्न मनाया।
टीकरी बॉर्डर से किसान 2 काफिलों के रूप में रवाना हुए। इनमें एक काफिला जींद की तरफ से पटियाला और दूसरा हांसी-हिसार होते हुए बठिंडा की तरफ रवाना हुआ। मार्च में किसानों के आगे घोड़ा गाड़ियों के अलावा फूलों से सजे ट्रैक्टरों पर साऊंड लगे हुए थे। किसानों के चेहरे पर जीत की खुशी साफ देखने को मिल रही थी।
जैसे ही किसानों के जत्थे शहर से निकले तो किसानों ने हाथ हिलाकर न केवल लोगों का अभिवादन किया, बल्कि आभार भी व्यक्त किया। किसानों के घर वापसी में कोई दिक्कत न आये इसके लिए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए चौक चौराहों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई थी। किसानों द्वारा जमकर आतिशबाजी भी की गई।
किसान हरभजन सिंह ने हरियाणा वासियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जो साथ यहां के लोगों ने उनका दिया है, वह हमेशा याद रखेंगे और यह भाईचारा यूं ही बना रहेगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा वालों ने पंजाब को बड़ा भाई माना है तो वे भी हरियाण छोटा भाई मानते हैं। बहादुरगढ़ वासियों को हमारे यहां रहने से जो परेशानी हुई वह समझते हैं, मगर यह बच्चों के भविष्य के लिए जरूरी था।
दिल्ली पुलिस ने हटाये बेरिकेड्स
झज्जर/बहादुरगढ़ (हप्र) : दिल्ली के बॉर्डर से किसानों की घर वापसी के साथ ही शनिवार को दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड्स भी हटाने शुरू कर दिए। शनिवार को जैसे ही किसानों ने घर वापसी को सिलसिला शुरू किया तो उसी दौरान ही दिल्ली पुलिस का एक विशेष दस्ता टीकरी बॉर्डर पर लगे बैरिकेड्स हटाने के लिए जेसीबी लेकर पहुंच गया। इस दौरान जेसीबी की मदद से जहां बैरिकेड्स को हटाया गया वहीं सीमेंट और कंकरीट से बनी दीवारों को हटाना शुरू कर दिया।
कारोबारियों ने ली राहत की सांस
बॉर्डर बंद होने से आम लोगों को भारी परेशानी हो रही थी। दुकानदारों का कहना था कि एक साल से रास्ता बंद होने के कारण बहादुरगढ़ की औद्योगिक इंकाइयों को भी करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। किसान आंदोलन की समाप्ति के बाद अब आम लोगों के साथ-साथ दुकानदारों ने राहत की सांस ली है। उन्होंने खुशी जताई है कि रास्ता खुलने के बाद इस क्षेत्र का व्यवसाय व आम जनजीवन एक बार फिर से पटरी पर लौटने लगेगा।