CEIR Portal बना गेम चेंजर : गुम मोबाइल की ‘घर वापसी’, हरियाणा पुलिस ने लौटाए 4 हजार फोन
CEIR Portal हरियाणा पुलिस ने डिजिटल तकनीक की मदद से वह काम कर दिखाया है, जिसकी उम्मीद बहुत से लोग खो चुके थे। सिर्फ सात महीनों (1 जनवरी से 31 जुलाई 2025) में करीब 4 हजार मोबाइल फोन उनके असली मालिकों तक पहुंचाए गए। चोरी और गुमशुदगी के मामलों में यह सफलता न सिर्फ लोगों को राहत पहुंचा रही है, बल्कि पुलिस और सिस्टम पर भरोसा भी मज़बूत कर रही है।
रिकवरी में गुरुग्राम सबसे आगे रहा, जहां 1,195 मोबाइल लौटाए गए। इसके बाद सोनीपत में 609 और यमुनानगर में 288 मोबाइल उनके मालिकों तक पहुँचाए गए। हिसार, रेवाड़ी, सिरसा और पलवल जैसे जिलों ने भी उल्लेखनीय काम करते हुए इस मुहिम को मज़बूती दी। आँकड़े बताते हैं कि तकनीक और पुलिस की साझेदारी ने हर जिले में लोगों को बड़ी राहत दिलाई है।
कैसे काम करता है सीईआईआर पोर्टल
मोबाइल फोन का एक यूनिक 15 अंकों का आईएमईआई नंबर होता है। जैसे ही मोबाइल चोरी या गुम होता है और नागरिक www.ceir.gov.in पर शिकायत दर्ज करता है, वह नंबर तुरंत ब्लॉक कर दिया जाता है। इससे मोबाइल किसी भी भारतीय नेटवर्क पर चलना बंद कर देता है और अपराधियों के लिए बिल्कुल बेकार हो जाता है। खास बात यह है कि फोन मिल जाने पर इसी पोर्टल से उसे आसानी से अनब्लॉक भी कराया जा सकता है।
शिकायत दर्ज करना क्यों ज़रूरी
हरियाणा पुलिस का कहना है कि मोबाइल रिकवरी का सबसे अहम पहलू है तुरंत शिकायत दर्ज कराना। इसके लिए नागरिक सीधे 1930 हेल्पलाइन पर कॉल कर सकते हैं या सीईआईआर पोर्टल पर जाकर आईएमईआई नंबर दर्ज कर सकते हैं। समय पर दी गई जानकारी ही रिकवरी की संभावना को कई गुना बढ़ा देती है।
तकनीक और पुलिस की साझेदारी
यह अभियान साबित करता है कि जब प्रशासन और तकनीक साथ आते हैं तो अपराध नियंत्रण और नागरिक सुविधा दोनों मजबूत होते हैं। हरियाणा पुलिस की यह पहल अब एक उदाहरण बन चुकी है, जहाँ मोबाइल फोन रिकवरी से लेकर गलत इस्तेमाल रोकने तक हर कदम पर जनता को सीधा लाभ मिल रहा है।