कर्मचारियों की नियुक्ति में सीडीएलयू के वीसी कर रहे बड़ी गड़बड़, राज्यपाल लें कड़ा संज्ञान : दिग्विजय चौटाला
जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय, सिरसा में हरियाणा रोजगार कौशल निगम के तहत लगे कर्मचारियों की नियुक्तियों में हो रही गड़बड़ के मुद्दे को गंभीरता से उठाया है। पत्रकारों से रूबरू होते हुए दिग्विजय ने कहा कि सीडीएलयू का कार्यभार संभाल रहे वाइस चांसलर प्रो. नरसीराम बिश्नोई यूनिवर्सिटी में अपनी मनमर्जी के तहत पुराने कर्मचारियों को हटाकर अपने करीबियों को एडजस्ट करने में लगे हुए, जो कि सरासर गलत है।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि सीडीएलयू में हॉस्टल वार्डन के तौर पर कार्य करने वाली दो महिला कर्मचारियों को बिना किसी वजह के हटा दिया गया, जबकि सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइन के मुताबिक किसी स्थाई कर्मचारी की नियुक्ति नहीं होने तक उन्हें नहीं हटाया जा सकता। दिग्विजय ने कहा कि सीडीएलयू की स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला द्वारा युवाओं को शिक्षा क्षेत्र में सही दिशा तय करने के उद्देश्य से की गई थी, लेकिन मौजूदा वाइस चांसलर अपने पद का गलत इस्तेमाल कर रहे है और वे इसके खिलाफ बहुत ही जल्द हरियाणा के महामहिम राज्यपाल मिलकर यहां कार्यभार संभाल रहे वाइस चांसलर को तत्काल उनके पद से हटाने की मांग करेंगे। साथ ही उनके गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर पद से भी हटाने की मांग भी करेंगे।
सीडीएलयू से संबंधित एक और गंभीर मुद्दे पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने यहां के स्टूडेंट एक्टिविटी हॉल का नाम पंजाब के पूर्व सीएम स्व. प्रकाश सिंह बादल के नाम पर घोषित किया था, मगर मौजूदा वाइस चांसलर ने यह नाम वीर सावरकर के नाम पर कर दिया। दिग्विजय ने कहा कि उन्हें वीर सावरकर के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इस क्षेत्र में किसानों के हितों के लिए संघर्ष करने वाले प्रकाश सिंह बादल के योगदान को किसी भी प्रकार से कम नहीं आंका जा सकता। उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि विवि प्रशासन वीर सावरकर का नाम सीडीएलयू में किसी अन्य भवन का कर दें, लेकिन पहले से ही घोषित स्टूडेंट एक्टिविटी हॉल का नाम सरदार प्रकाश सिंह बादल के नाम पर ही रहना चाहिए।