नरेन्द्र ख्यालिया/निस
हिसार, 27 अप्रैल
केन्द्रीय माध्यमिक विद्यालय बोर्ड (सीबीएसई) 9वीं कक्षा से 12वीं के प्रश्न-पत्रों की प्रणाली में बड़े बदलाव पर काम कर रहा है, जिसके इसी शिक्षा सत्र से लागू होने की संभावना जताई जा रही है। योजना के तहत अब सीबीएसई ने एबिलिटी बेस्ड प्रश्न पत्र प्रणाली लागू करने की तैयारी कर ली है, जिसके अंतर्गत एक तिहाई प्रश्न एबिलिटी बेस्ड पूछे जाएंगे। सीबीएसई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बोर्ड द्वारा शिक्षा सत्र 2021-22 से 9वीं से 12वीं के प्रश्न पत्र प्रणाली (पैटर्न) में बदलाव करने का खाका लगभग तैयार कर दिया है। यह बदलाव इसी सत्र से लागू होगा। जिसकी जानकारी संबंधित स्कूलों से साझी की जा रही है। सूत्रों की मानें तो तो 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में अब निबंधात्मक व अति लघु उत्तरात्मक प्रश्नों को 10 फीसदी कम किया जाएगा, अभी तक 10वीं में इस प्रकार 70 फीसदी प्रश्न पूछे जाते थे। वहीं 12वीं में 60 फीसदी निबंधात्मक व अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न डाले जाते रहे हैं। लेकिन बोर्ड ने इनको 10 प्रतिशत कर करने का फैसला लिया है। जिसके स्थान पर 10वीं और 12वीं की परीक्षा में बोर्ड एबिलिटी बेस्ड प्रश्न जोड़ने की तैयारी में जुटा हुआ है।
नये पैटर्न पर जारी होगा सैंपल पेपर
सीबीएसई द्वारा तैयार किए जाने वाले सैंपल पेपर भी अब नये पैटर्न से ही जारी किए जाएंगे। इसी पैटर्न पर अब स्कूलों को पढ़ाने के लिए पत्र लिखने की प्रक्रिया जारी है। इससे छात्रों को अभी से इसकी जानकारी मिल पाएगी।
9वीं और 10वीं में रहेंगे 30 प्रतिशत
योजना के मुताबिक 9वीं व 10वीं कक्षाओं में एबिलिटी बेस्ड प्रश्न 30 प्रतिशत दिए जाएंगे, जिसमें मल्टीपल च्वाइस, केस स्टडी, इंटीग्रेटेड प्रकार के प्रश्न रहेंगे और 20 अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न दिए जाएंगे, जबकि निबंधात्मक व अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न 60 से घटाकर 50 प्रतिशत किए जाएंगे।
नहीं मारना होगा रट्टा, ज्ञान गुणवत्ता परक होंगे सवाल
सीबीएसई दिल्ली कार्यालय की राष्ट्रीय एग्जाम कन्ट्रोलर नीलम राय ने योजना की पुष्टि करते हुए बताया कि अब बच्चों को रट्टा नहीं मारना पड़ेगा, ज्ञानवर्धक प्रश्न पूछे जाएंगे और योजना को इसी शिक्षा सत्र से शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्य योजना बच्चों के माइंड को शॉर्प करने व माइंड की जांच परख करने वाले प्रश्न पत्र तैयार किए जाएंगे।
11वीं और 12वीं में 20 प्रतिशत
11वीं व 12वीं कक्षाओं के प्रश्न पत्र में एबिलिटी बेस्ड प्रश्न 20 प्रतिशत पूछे जाएंगे, जिसमें मल्टीपल च्वाइस, केस स्टडी, इंटीग्रेटेड प्रकार के प्रश्न रहेंगे और 20 अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न दिए जाएंगे और निबंधात्मक व अति लघु उत्तरात्मक टाइप प्रश्न अब 70 प्रतिशत से घटा कर 60 प्रतिशत ही पूछे जाएंगे।