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फतेहाबाद में पराली जलाने के मामले बढ़े, एक्यूआई पहुंचा 386

फतेहाबाद, 19 नवंबर (हप्र) जिला फतेहाबाद में पराली जलाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जैसे जैसे गेहूं बिजाई का समय खत्म हो रहा है, वैसे वैसे किसान खेत खाली करने के लिए खेतों में पराली ज्यादा जलाने लग गए...

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फतेहाबाद, 19 नवंबर (हप्र)

जिला फतेहाबाद में पराली जलाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जैसे जैसे गेहूं बिजाई का समय खत्म हो रहा है, वैसे वैसे किसान खेत खाली करने के लिए खेतों में पराली ज्यादा जलाने लग गए हैं। मौसम में धुंध के कारण हालात और भी बिगड़ रहे हैं। धुंध व ओस के कारण गीली पराली में आग तो कम जलती है, लेकिन धुआं ज्यादा उठता है। धुंध होने के कारण धुआं ऊपर न जाकर वातावरण में फैल जाता है। सोमवार को तो सायं 6 बजे हालात यह थे कि धुआं घरों में ही घुस रहा था। जिस कारण सांस लेना भी दूभर हो गया था। ए क्यू आई लेबल भी 386 तक पहुंच गया था। मंगलवार को सुबह हालांकि धुंध नहीं थी, तथा धूप खिली हुई थी, लेकिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से कम नहीं हुआ। सोमवार को जिले में हरसेक से पराली जलाने की 8 तथा मंगलवार को 3 लोकेशन मिली।

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कृषि विभाग के उपनिदेशक राजेश सिहाग ने बताया कि जिले में अब पराली जलाने की घटनाएं रतिया क्षेत्र से अधिक आ रही हैं, क्योंकि रतिया क्षेत्र में धान लेट निकाला जाता है। उनके अनुसार जिले में 90 फीसदी क्षेत्र में धान की कटाई हो चुकी है। जिले में अब तक 117 लोकेशन पराली जलाने की मिली है, जो पिछले साल की अपेक्षा 75 प्रतिशत कम है। इसमें दो मामले गैर किसानों के मिले।

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