हिसार, 1 जुलाई (हप्र)
स्वास्थ्य विभाग ने भ्रूणलिंग जांच गिरोह का खुलासा किया और एक डॉक्टर सहित तीन एजेंट और अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। पुलिस को 18 जून को गुप्त सूचना मिली थी और तीन बार छापामारी कार्रवाई विफल हुई थी।
टीम ने इस दौरान डॉक्टर व अन्य के खिलाफ काफी सबूत जुटा लिए। शहर थाना पुलिस ने डॉ. प्रभु दयाल की शिकायत पर ऋषि नगर स्थित अस्पताल के संचालक डॉक्टर, पवन चहल, रमेश, सोनू व अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ पीसी पीएनडीटी एक्ट के तहत समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
शहर थाना पुलिस के अनुसार, 18 जून को एक सूचना पर पीएनडीटी टीम का गठन किया जिसमें डॉ. प्रभुदयाल, डॉ. विक्रम गौरिया को शामिल किया और 20 जून को एक गर्भवती को छापामारी में शामिल होने के लिए तैयार किया। महिला का दलाल सोनू व रमेश से संपर्क करवाया। उन्होंने महिला को बस स्टैंड की पार्किंग के समीप बुलाया। बाद में वे महिला को ऋषि नगर स्थित रेस्टोरेंट में ले गए और दो अन्य व्यक्तियों को वहां बुलाया। इसी दौरान महिला के साथ गए एक व्यक्ति ने अपने मोबाइल से दो फोटो ली जिसमें सोनू, पवन, रमेश और अस्पताल संचालक डॉक्टर दिखाई दे रहे थे। अलग-अलग दिनों में हुई बातचीत के बाद कैथल के पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. गौरव पूनिया को भी टीम में शामिल किया और उनको महिला का जानकार बनाकर दलालों के पास हिसार बस स्टैंड भेजा। रमेश महिला व डॉ. गौरव पूनिया को लेकर भूना जाने वाली बस में बैठ गए। रमेश उनके साथ नहला बस स्टैंड पर उतर गया। महिला के मोबाइल से दलाल सोनू को फोन किया और अपने रुपये वापस मांगे तो उसने रमेश से कान्फ्रेंसिंग में बात करवाई और रुपये देने को तैयार हो गए।सोनू नामक एक अन्य युवक व चांद डॉ. गौरव से मिले और कहा कि दलाल सोने ने 32 हजार भेजे हैं।
डॉक्टर से की पूछताछ
इसके बाद टीम ने दोनों दलालों को अपना परिचय दिया और पूछताछ शुरू की। उन्होंने बताया कि दलाल सोनू उनको एक मेडिकल हॉल में रुपये देकर गया था। बाद में सोनू टीम को अस्पताल ले गया और वहां के कर्मचारियों ने बताया कि ये डॉक्टर यहां ड्यूटी करते हैं और टीम ने जब उनकी फोटो दिखाई तो सभी ने उनको पहचान लिया। बाद में अस्पताल संचालक डॉक्टर को मौके पर बुलाया और उनका मोबाइल चेक किया तो उसमें गर्भवती महिला का आधार कार्ड मिला। अन्य महिलाओं के आधार कार्ड मिले जो दलाल पवन ने उनको भेजे थे। इस बारे में डॉक्टर टीम को संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। डॉक्टर से पूछताछ के दौरान टीम ने आईएमए प्रतिनिधि डॉ. अजय महाजन को भी शामिल किया। उन्होंने बताया कि उनको सूचना मिली है कि डॉक्टर अपनी कार में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से गर्भवती महिलाओं की भ्रूण लिंग जांच करते हैं।