चंडीगढ़, 23 मई (ट्रिन्यू)
झज्जर के गुरुकुल प्रबंधन पर कथित रूप से बच्चों से जबरन मजदूरी करवाने तथा उनका शारीरिक शोषण होने के आरोप लगाए गए हैं। इस बाबत प्रदेश चमार संघर्ष समिति के अध्यक्ष मांगेराम तुंदवाल व डॉ़ अम्बेडकर मिशनरीज विद्यार्थी एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिंह डुमोलिया के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की।
साथ ही गुरुग्राम में प्रशासक नियुक्त करने का मुद्दा उठाया है। मांगेराम तुंदवाल व विक्रम सिंह डुमोलिया का कहना है कि झज्जर गुरुकुल अपने गौरव के लिए पहचाना जाता है। यहां पढ़कर बड़े-बड़े विद्वान बाहर आए हैं, लेकिन अब यहां मजदूर तैयार किए जाते हैं। चंद लोगों ने गुरुकुल की गरिमा को तार-तार कर दिया है। ऐसे कथित ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल को गुरुकुल में अनुसूचित जाति के एक नाबालिग बच्चे के साथ कमरे में बंद करके मारपीट की गई। उसके दोनों हाथ तोड़ दिए गए तथा उसे जातिसूचक गालियां दी गईं। ऐसा करने के आरोपी शास्त्री के खिलाफ झज्जर पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक आरोपी अध्यापक को गिरफ्तार नहीं किया गया।
उनका कहना है कि गुरुकुल प्रबंधक अपने प्रभाव का अनुचित इस्तेमाल करके मामले को दबाने व दोषियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। ज्ञापन में गुरुकुल के प्रबंधन संबंधित शास्त्री व आचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।