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युवक-युवती को थाने में पीटने, जबरदस्ती राखी बंधवाने वाले 3 पुलिस कर्मियों पर केस

तरुण जैन/हप्र रेवाड़ी, 26 सितंबर थाना धारूहेड़ा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां युवक-युवती की बेरहमी से पिटाई करने के बाद युवती से युवक की कलाई पर राखी बंधवाई गई। आरोप है कि युवक को निर्वस्त्र कर पीटा...

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तरुण जैन/हप्र

रेवाड़ी, 26 सितंबर

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थाना धारूहेड़ा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां युवक-युवती की बेरहमी से पिटाई करने के बाद युवती से युवक की कलाई पर राखी बंधवाई गई। आरोप है कि युवक को निर्वस्त्र कर पीटा गया, जबकि इन दोनों के खिलाफ थाना धारूहेड़ा में कोई केस दर्ज नहीं था। युवती ने एक पुलिस अधिकारी पर छेड़छाड़ का आरोप भी लगाया है। जब उनकी कोई नहीं हुई तो युवती ने एसपी को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई। आखिर में एएसपी की जांच पड़ताल के बाद युवक-युवती पर कहर ढहाने वाले आरोपी सब इंस्पेक्टर, महिला हेड कांस्टेबल सहित तीन पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज कर लिया गया।

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युवक-युवती की पिटाई का यह मामला 12 जुलाई का है। धारूहेड़ा की रहने वाली पीड़ित युवती ने एसपी को दी शिकायत में कहा है कि 12 जुलाई को उसके पास एक परिचित युवक की कॉल आई और उसे धारूहेड़ा थाने में एक मामले में पूछताछ के लिए आने के लिए कहा गया। जब वह थाने में पहुंची तो उसका परिचित युवक व उसकी पत्नी वहां पहले से ही बैठे हुए थे। थाने में मौजूद सब इंस्पेक्टर लेखराम ने गाली-गलौज शुरू कर दी और उसे जाति सूचक शब्द कहे। एसआई लेखराम ने आरोप लगाया कि वह थाने में बैठे युवक का परिवार खराब कर रही है। जब उसने इस आरोप को नकारा और विरोध किया तो उसने थाने में ही युवक की पिटाई की। तत्पश्चात उसे भी पीटने की धमकी देते हुए 3 महिला पुलिसकर्मियों को बुला लिया। वे थाने के कमरे में ले गई और फिर उन्होंने उसके साथ जमकर मारपीट की। जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।

14 जुलाई को लगाई थी गुहार

एसपी को दी शिकायत में युवती ने यह आरोप भी लगाया है कि कमरे में दाखिल हुए एसआई लेखराम ने महिला पुलिसकर्मियों को बाहर भेज दिया और उसके साथ छेड़छाड़ की। इतना ही नहीं लेखराम ने युवक की कलाई पर उससे राखी बंधवा कर एक हजार रुपए भी दिलवाए। ये एक हजार रुपए भी लेखराम ने ही ले लिये। बाद में लेखराम ने उसे चेतावनी दी कि दोबारा से धारूहेड़ा में दिखाई दी तो वह उसे पर झूठा केस बनाकर फंसा देगा। यह कहकर उसे भगा दिया गया। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों उसे अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता ने कहा कि अस्पताल से निकलने के बाद उसने इसकी शिकायत 14 जुलाई को एसपी को दी थी।

एएसपी की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई

एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच का जिम्मा एएसपी धारणा यादव को सौंपा था। अब जांच के बाद बीती देर शाम को एसआई लेखराम, महिला हेड कांस्टेबल प्रेमलता व एसपीओ सूरत के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।

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