असीम यादव/हप्र
नारनौल, 15 नवंबर
क्षेत्र के गांव झगडोली नहर के पास देर रात एक वैगन आर गाड़ी नहर में गिर गई। हादसे में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई। वहीं गाड़ी में 11 वर्षीय लड़की सुरक्षित है। मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने गोताखोरों की मदद से सोमवार की दोपहर के समय तीनों के शवों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। यह घटना सोमवार को रात्रि को करीब 2 बजे की बताई जा रहीं है। यह परिवार गाड़ी में गांव अगिहार से शादी में शिरकत कर अपने गांव रेवाड़ी जिले के रामगढ़ खेड़ी लौट रहा था। इस दौरान रेवाड़ी रोड स्थित झगडौली नहर के पास पहुंचे तो गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी नहर में जा गिरी। इसमें रेवाड़ी जिले के रामगढ़ खेड़ी निवासी 35 वर्षीय प्रवीण पुत्र विजय सिंह, 32 वर्षीय ललिता पत्नी प्रवीण व प्रवीण के पुत्र 8 वर्षीय दिव्य की मौत हो गई। वहीं 11 वर्षीय प्रवीण की बेटी इशिका बच गई और इशिका नहर से पाइप के माध्यम से बाहर आ गई और इस घटना की सूचना राहगीरों को दी। इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना 112 नंबर पर पुलिस को दी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और क्रेन की मदद से कार को बाहर निकाला गया। घटना की जानकारी मिलने पर महेंद्रगढ़ के एसडीएम दिनेश कुमार रात को करीब 3 बजे मौके पर पहुंचे। आशंका जताई जा रही है कि रात ज्यादा होने की वजह से कार ड्राइवर को झपकी आ गई होगी और यह हादसा हो गया।
रात को ही शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन : लोगों ने घटना की सूचना तुरंत डायल-112 नंबर पर दी। डायल-112 की गाड़ी मौके पर पहुंची और गाड़ी में सवार हवलदार ने तुरंत नहर में छलांग लगा दी और लोगों की तलाश शुरू की। हवलदार करीब 3 घंटे तक नहर में इनकी तलाश करता रहा। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था। इसमें स्थानीय गोताखोरों, दमकल विभाग व सीआईए पुलिस की मदद ली गई। तीनों शवों को करीब 14 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन कर शव को नहर से बाहर निकाला गया। मृतक के पिता विजय सिंह पुत्र रतिराम ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसका लड़का प्रवीण, पुत्रवधु ललिता, पोता दिव्य यादव व पोती इशिका गाड़ी में सवार होकर प्रवीण की रिश्तेदारी में संदीप कुमार की शादी में गांव अगिहार आया था। सभी शादी में शिरकत कर गांव आ रहे थे तो यह हादसा हो गया।
हादसे के बाद 11 साल की बच्ची सदमे में
कनीना (निस) : घटना के बाद मध्य रात करीब 3 बजे सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली 11 वर्षीय लडक़ी इशिका भीगे कपड़ों में कंपकंपाते हुये रोड़ पर मदद की गुहार लगा रही थी। एक कार चालक उसकी गुहार को अनदेखा कर आगे बढ़ जाता, लेकिन दूसरी ओर से आया वाहन रुकता है, पीछे से एक अौर वाहन आकर ठहरता है। उनके रुकते ही बच्ची बिलखते हुए बताती है कि उनके पापा-मम्मी व भाई गाड़ी सहित नहर में गिर गये हैं उन्हें बचाओ। वाहन चालकों ने बच्ची को हिम्मत दी। और गाड़ी से निकलकर देखा तो नहर में पानी अधिक होने के कारण गाड़ी दिखाई नहीं दी। इशिका ने मददगारों को बताया कि इस हादसे की जानकारी उनके दादा को मत देना वे हार्ट पेशेंट हैं। पुलिस ने बच्ची को सुरक्षित स्थान पर भिजवाया। हादसे के बाद से इशिका सदमें में है।
गांव खेड़ी रामगढ़ के किसी घर में नहीं जला चूल्हा
तरुण जैन/निस
रेवाड़ी : सोमवार को गांव खेड़ी रामगढ़ के किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला। एक ही परिवार के 3 सदस्यों की नहर में डूबने से हुई मौत के बाद पूरे गांव में मातम है। परिवार के तीनों सदस्यों के शव महेन्द्रगढ़ से सोमवार शाम 5 बजे गांव पहुंचे तो पूरा गांव रो पड़ा। सबसे बुरा हाल दादा विजय सिंह व दादी का था, जिनका इकलौता पुत्र व इकलौता पोता इस दुनिया से चले गए। नहर से बाहर आई इशिका का तो सब कुछ चला गया। वह गुमसुम है। गांव के पूर्व सरपंच बबलू ने बताया कि सभी लोग इशिका को ढाढस बंधा रहे थे। वह बार-बार अपने दादा-दादी से लिपट जाती थी। सेना से रिटायर्ड विजय सिंह का पुत्र प्रवीण भी सीआरपीएफ की नौकरी करने के बाद गांव में मुर्गीफार्म चलाता था।
जिससे उसके पुत्र प्रवीण, पुत्रवधु ललिता व पोता दिव्य की मौत हो गई और पोती इशिका बच गई।