मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

कैप्टन पूनम रानी का राजकीय सम्मान के साथ पैतृक गांव बालू में अंतिम संस्कार

सैकड़ों ने नम आंखों सेे दी अंतिम विदाई
कलायत के गांव बालू में सोमवार को कैप्टन बेटी पूनम रानी को नमन करतीं राज्यमंत्री कमलेश ढांडा व अन्य। -निस
Advertisement

कलायत, 11 दिसंबर (निस)

कलायत उपमंडल के गांव बालू की बेटी 29 वर्षीय शहीद कैप्टन बेटी पूनम रानी को राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। सेना के अधिकारियों व जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी। शहीद कैप्टन बेटी पूनम रानी को अंतिम विदाई देने उमड़े जन सैलाब की आंखें नम थी। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार 8 फरवरी 2017 को सेना में कैप्टन के पद पर चयनित पूनम रानी रविवार को दिल्ली स्थित सेना अस्पताल में एक मरीज का इलाज कर रही थी। उसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई। तुरंत पूनम रानी का इलाज शुरु किया गया लेकिन उनकी मौत हो गई। सोमवार दोपहर करीब एक बजे कैप्टन पूनम रानी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बालू पहुंचा। सैकड़ों लोगों की मौजूदगी में राज्य मंत्री कमलेश ढांडा व अन्य विभिन्न राजनैतिक पार्टियों, धार्मिक व सामाजिक संस्था प्रमुखों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा नम आखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। मौजूद लोगों ने भारत माता का जयकार किया और शहीद कैप्टन अमर रहे के नारे लगाए। स्थानीय श्मशान घाट पर पिता रिटायर्ड सैनिक रामेश्वर व भाई डॉ. राहुल द्वारा शहीद रानी को मुखाग्नि दी गई।

Advertisement

कैप्टन पूनम रानी के पिता पूर्व सैनिक रामेश्वर सिंह ने बताया कि 14 अक्टूबर 1994 में जन्मीं पूनम तीन भाई बहनों में सबसे छोटी थीं। पूनम का बचपन से ही देश सेवा के लिए आर्मी में जाने का सपना था। निजी स्कूलों में 12वीं तक की कक्षा गांव में ग्रहण करने के बाद कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से बीडीएस करने के बाद पूनम ने संयुक्त रक्षा सेवा (सीडीएस) परीक्षा पास कर 8 फरवरी 2017 को सेना में कैप्टन के पद पर चयनित हुई। पिता ने कहा कि उन्हें बेटी के शहीद होने पर गर्व महसूस करता हूं।

पूनम पर पूरे देश को गर्व : कमलेश ढांडा

राज्य मंत्री कमलेश ढांडा ने कहा कि पूरे देश को गर्व है कि बेटी देश की सेवा करते हुए शहीद हुई है। एक होनहार बेटी को हमने खो दिया है। इस मौके पर एसडीएम देवेंद्र शर्मा, तहसीलदार दिनेश कुमार, थाना प्रभारी रोहताश कुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, पूर्व विधायक रामपाल माजरा, जजपा एससी सैल प्रदेश प्रभारी डा. प्रीतम सिंह कौलेखां, सरपंच प्रतिनिधि एडवोकेट साहिल, कांग्रेस नेता राजेश अंबरसर, ब्लॉक समिति अध्यक्ष प्रतिनिधि नरेंद्र धनिया सहित दर्जनों गणमान्य लोगों ने शहीद को अंतिम विदाई दी गई।

गांव में बनवाया जाएगा स्वागत द्वार सरपंच प्रतिनिधि एडवोकेट साहिल ने बताया कि गांव की होनहार बेटी शहीद कैप्टन पूनम रानी ने थोड़ी सी उम्र में बड़ा मुकाम हासिल किया और देश सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी। उनके इस बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। ग्राम पंचायत द्वारा शहीद पूनम रानी के सम्मान में गांव बालू में स्वागत द्वार बनाने का निर्णय लिया गया है।

Advertisement