सुभाष चौहान/निस
अम्बाला, 9 मई
कैंसर के मरीजों को आधुनिक इलाज उपलब्ध कराने के लिए अम्बाला छावनी में सोमवार को ‘अटल कैंसर केयर केंद्र’ जनता को समर्पित कर दिया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसका उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तीसरी और चौथी स्टेज के कैंसर मरीजों को हरियाणा सरकार ढाई हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन देगी। इसके साथ ही थैलेसिमिया और हीमोफीलिया के मरीजों के लिए भी पेंशन की व्यवस्था की गई है। एड्स के रोगियों को पहले से पेंशन दी जा रही है। वहीं, नड्डा ने कहा कि हरियाणा में एम्स खोला जाएगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इसका शिलान्यास करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंसर का इलाज आयुष्मान के अंतर्गत मुफ्त होगा। इसके तहत 5 लाख तक के इलाज का खर्च वहन होगा। ‘अटल कैंसर केयर केंद्र’ को जल्द ही आयुष्मान भारत योजना की लिस्ट में शामिल किया जाएगा।
नड्डा ने बताया कि केंद्र सरकार जनसंख्या आधारित स्क्रीनिंग करने जा रही है। इसके तहत 30 साल तक की आयु के लोगों की स्क्रीनिंग करके कैंसर को पहली स्टेज में ही पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में 1.5 लाख वेलनेस सेंटर खोल जाएंगे, जिनमें से 1.18 लाख सेंटर बन चुके हैं और इनमें से 1147 हरियाणा में हैं।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री कंवर पाल, कृषि मंत्री जेपी दलाल, सांसद रतनलाल कटारिया, नायब सिंह सैनी, राज्य मंत्री ओपी यादव, कमलेश ढांडा, खेल मंत्री संदीप सिंह, विधायक असीम गोयल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ भी मौजूद रहे।
पड़ोसी राज्यों के रोगियों को भी मिलेगा लाभ
नड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की सराहना करते हुए कहा कि आज उनके प्रयासों की बदौलत ही अम्बाला में उत्तर भारत का बड़ा कैंसर केयर केंद्र बनकर तैयार हुआ है। उन्होंने कहा कि 72.11 करोड़ रुपये की लागत से बने इस सेंटर से हरियाणा ही नहीं, पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों के रोगियों को भी सुलभ, सस्ता और व्यापक उपचार मिलने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश का सबसे बड़ा कैंसर सेंटर 2035 करोड़ रुपये की लागत से हरियाणा के ही झज्जर में खोला गया है, जहां 710 बेड की व्यवस्था है।
2025 तक हर जिले में मेडिकल कॉलेज : मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में 2025 तक मेडिकल कॉलेज तैयार हो जाएंगे। सरकार ने एमबीबीएस की सीटें बढ़ाई हैं और भविष्य में भी बढ़ाई जाएंगी। 1000 की जनसंख्या पर एक डॉक्टर के पैमाने को जल्द पूरा किया जाएगा।