कार सेवकों के परिवारों को अक्षत निमंत्रण से शुरू की मुहिम
अम्बाला शहर, 2 जनवरी (हप्र)
श्रीराम जन्मभूमि मन्दिर अयोध्या में 22 जनवरी को मूर्ति स्थापना के निमित्त विश्व हिंदू परिषद के द्वारा 1990 और 1992 की कारसेवा में अयोध्या गए कारसेवकों से संपर्क अभियान पूरे जोरों पर है। 15 जनवरी तक चलने वाले अभियान में पुराने कारसेवकों को अयोध्या से आए अक्षत, नवनिर्मित मंदिर का चित्र एवं प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत समयानुकूल अयोध्या आगमन का निमंत्रण दिया जा रहा है। आज भी अम्बाला में करीब 90 परिवार निवास कर रहे हैं जो उस समय अयोध्या कारसेवा में सम्मिलित हुए थे। विश्व हिंदू परिषद की नगर टोली द्वारा इन सभी परिवारों को सर्वप्रथम अयोध्या से आए अक्षत एवं निमन्त्रण पत्र दिए जा रहे हैं। उसके उपरांत नगर के सनातनी परिवारों से संपर्क किया जाएगा। अयोध्या से आए इस निमंत्रण को देख बहुत से कारसेवक परिवार भावविह्ल हो उठते हैं। वर्षों पूर्व उनके इस प्रयास का फल अपनी चौखट पर देख वे भावुक हो उन दिनों को याद करने लगते हैं। अम्बाला के कई कारसेवक आज इस संसार से विदा हो चुके हैं परंतु उनके परिजनों को विहिप के कार्यकर्ता जब सम्मानित करने जाते हैं तो वे परिवार प्रसन्नता से अपने पूर्वजों को कोटि-कोटि आभार व्यक्त करते हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या से प्राप्त पत्रक के अनुसार सभी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की पूर्ण जानकारी दी गई है। सभी को 22 जनवरी के दिन आह्वान किया गया है कि वे स्थानीय मंदिरों में सभी रामभक्तों को एकत्रित करके कीर्तन करें, बड़ी स्क्रीन लगाकर अयोध्या से प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सामूहिक रूप से देखें।
अम्बाला से प्रमुख रूप से लज्जाराम, कीर्ति प्रसाद जैन, निर्मल विज, डॉ श्रीपाल सिंह, प्रेम भाटिया, पुष्पा गुप्ता, कमला सहगल, मा शिवप्रसाद, यशवीर शर्मा, वीणा छिब्बर, चौधरी राम अरोड़ा, सुभाष अग्रवाल, डॉ राजपाल बहल, प्रेम अग्रवाल, पंडित रामस्वरूप शर्मा, इंदरपाल जैन, नरेश वोहरा, कृपाराम ग़ुजराल, माधवराम सिंगला, कमलेश कुमारी इत्यादि कारसेवक के रूप में अयोध्या गए थे। विहिप की स्थानीय टोली में प्रमुख रूप से जगदेव आनंद, रामनाथ, स्वर्ण सिंह सैनी, राजेंद्र भोला, दिनेश बंसल, अभिनव गुप्त इत्यादि शामिल हैं।