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Campaign against illegal IVF centres : लिंग जांच के खिलाफ हरियाणा सरकार का एक्शन प्लान, अब हर जिले में बनेगा स्पेशल सेल

अवैध आईवीएफ केंद्रों के विरूद्ध चलेगा अभियान
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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

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चंडीगढ़, 16 अप्रैल।

हरियाणा में चोरी-छिपे हो रही लिंग जांच की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए अब प्रदेश के प्रत्येक जिले में पुलिस सेल का गठन किया जाएगा। इस सेल का नेतृत्व डीएसपी स्तर के अधिकारी करेंगे। पिछले दिनों एक निजी टीवी चैनल द्वारा हरियाणा के संबंध में स्टिंग आप्रेशन किया गया था। इसके बाद सरकार ने कई अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।

स्वास्थ्य विभाग हरियाणा पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को जल्द ही पत्र लिखकर प्रत्येक जिले में डीएसपी रैंक के अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस सेल के गठन की मांग करेगा। इन विशेष इकाइयों को छापेमारी, एफआईआर व अवैध लिंग निर्धारण और कन्या भ्रूण हत्या नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए फर्जी ग्राहक भेजने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।

यह निर्णय स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की अध्यक्षता में राज्य टास्क फोर्स की मीटिंग के दौरान लिया गया। मीटिंग में पुलिस विभाग के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ऑपरेशन के दौरान विशेष और निरंतर सहायता की आवश्यकता पर जोर दिया। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारियों ने तर्क दिया कि एक ऐसी टीम बनाई जाए जिसे छापे मारने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा सके।

12 सप्ताह पर अल्ट्रासाउंड अनिवार्य

वर्तमान में जब छापे मारने जाते हैं तो सहायता के लिए हम जिला पुलिस पर निर्भर रहते हैं। चूंकि टीमें बदलती रहती हैं, इसलिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो जाता है। किसी भी एमटीपी के लिए 12 सप्ताह पर अल्ट्रासाउंड अनिवार्य कर दिया गया है। एमटीपी को सही ठहराने वाली रिपोर्ट को पहले जिला स्तर पर सत्यापित किया जाएगा। फिर मुख्यालय द्वारा रैंडम तरीके से दोबारा जांच की जाएगी।

अनियमित प्रजनन सेवाओं पर नकेल कसते हुए विभाग सभी अपंजीकृत आईवीएफ केंद्रों को बंद करने के लिए अभियान चलाएगा। ऐसे 18 केंद्रों की पहचान पहले ही की जा चुकी है। शहरी स्थानीय निकायों, बिजली और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभागों के सहयोग से ऐसे मामलों में उपयोगिता सेवाएं बिजली, पानी और नगरपालिका सेवाएं बंद कर दी जाएंगी।

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