ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

कैबिनेट मंत्री गंगवा के अधिकारियों को आदेश- जनप्रतिनिधियों के उठाएं फोन

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने अधिकारियों की कड़ी क्लास लगाई है। अपने अधीन आने वाले पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) तथा जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को उन्होंने सीधे शब्दों में कहा है कि वे जनप्रतिनिधियों के फोन...
Advertisement

हरियाणा के कैबिनेट मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने अधिकारियों की कड़ी क्लास लगाई है। अपने अधीन आने वाले पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) तथा जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को उन्होंने सीधे शब्दों में कहा है कि वे जनप्रतिनिधियों के फोन उठाएं। अगर किसी वजह से फोन नहीं उठा पाते हैं तो बाद में कॉल करें। गंगवा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के पास जनता अपनी समस्याएं लेकर आती है और उम्मीद करती है कि उनका समाधान होगा।

वे बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि फोन उठाना केवल औपचारिकता नहीं, यह आपके दायित्व का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि सरपंच, एमसी से लेकर दूसरे जनप्रतिनिधियों की बात को प्राथमिकता के आधार पर सुनें और उनका हल करें। चूंकि मोहल्ला अथवा गांव की समस्या सबसे पहले इनके पास आती है। ऐसे में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं और समस्या का हल करें।

Advertisement

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग सीधा जनता के जीवन से जुड़ा हुआ विभाग है, इसलिए हमारी ज़िम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार का उद्देश्य केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि उन्हें धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू करना है। इसके लिए हमें मिलकर जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा। बैठक के दौरान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद शाइन, मुख्य चीफ अभियंता देवेंद्र दाहिमा, असीम खन्ना सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। प्रदेशभर से एससी, एक्सईन, एसडीओ व जेई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक में जुड़े। बैठक में अमृत योजना के तहत चल रहे कार्यों की जिलावार समीक्षा की गई। गंगवा ने कहा कि अमृत योजना के तहत जो भी प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, उनकी निगरानी और क्रियान्वयन में कोई ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि यह योजना शहरी बुनियादी ढांचे के सुधार और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए है, इसलिए इसमें देरी या कम गुणवत्ता का कार्य स्वीकार नहीं किया जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन को लेकर भी विस्तार से चर्चा की गई। मंत्री ने प्रदेश में हालिया बारिश के बाद पानी निकासी की स्थिति का भी ज़िला-वार विवरण मांगा। अधिकारियों ने बताया कि किन जिलों में कितनी बारिश हुई, और कितनी देर में पानी की निकासी हो सकी। रणबीर गंगवा ने कहा कि कि जल निकासी की प्रक्रिया को और तेज किया जाए, ताकि भविष्य में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो।

गुणवत्ता से समझौता नहीं, सस्ते टेंडर पर चेतावनी

गंगवा ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि अगर कोई ठेकेदार कम रेट पर टेंडर भरता है, तो इसका यह मतलब नहीं कि वह घटिया सामग्री इस्तेमाल करे। हमें अच्छा काम चाहिए। काम की मजबूती और गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। किसी भी परियोजना में इस्तेमाल हो रहे मैटेरियल की गुणवत्ता की नियमित जांच की जाए। इसके लिए समय समय पर सैम्पल लेने की प्रक्रिया को अमल में लाया जाए। जहां निर्माण कार्य चल रहा हो, वहां जेई खास नज़र रखे। सीमेंट, सरिया और दूसरी सामग्री उच्च क्वालिटी की होनी चाहिए।

Advertisement