रेवाड़ी, 18 जनवरी (निस)
आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की ओर से नगर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस पार्क में मांगों को लेकर पिछले 42 दिनों से चल रहे धरने पर मंगलवार को पूर्व मंत्री कै. अजय सिंह यादव व किसान नेता योगेंद्र यादव अलग-अलग पहुंचे और उन्हें अपना समर्थन दिया। यूनियन ने उन्हें अपना मांग पत्र भी सौंपा। कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं की मांग जायज है और वे उनकी आवाज को पुरजोरी से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके बेटे व कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव भी मांगों के समर्थन में हैं। वे भी इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे। योगेंद्र यादव ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलन को अपना समर्थन दे चुका है। सरकार को समय रहते कार्यकर्ताओं की मांग को स्वीकार कर आंदोलन समाप्त कराना चाहिए। एआईयूटीयूसी के राज्य अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट भी धरने पर पहुंचे और कहा कि आंगनवाड़ी कर्मियों का आंदोलन हर रोज मजबूत होता जा रहा है। इस मौके पर यूनियन की जिला प्रधान तारा देवी, सचिव कृष्णा, बिंदु, सुमित्रा, शीला, संतोष, मुकेश, सीता आदि ने भी संबोधित किया।
फरीदाबाद (हप्र) : आंगनवाड़ी में खाना बनाने वाली मदर ग्रुप की महिलाओं काे बकाया मेहनताना दिया जाए और काम पर वापस बुलाया जाए। जनवादी महिला समिति से संबन्धित आंगनवाड़ी मदर ग्रुप समिति की महिलाओं ने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में इसकी मांग उठाई है। प्रदर्शन को जनवादी महिला समिति की राज्य अध्यक्ष उषा सरोहा, जिला सचिव कमलेश चौधरी व मदर ग्रुप सहसंयोजक अनिता, निजरवी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल से आंगनवाड़ी केंद्र बंद होने की वजह से मदर ग्रुप की महिलाओं को न तो काम पर बुलाया जा रहा है और न ही मेहनताना दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान सब कर्मचारियों, मजदूरों को वेतन और मेहनताना देने का आदेश दिया था, परंतु राज्य सरकार खुद ही मदर ग्रुप की महिलाओं को मेहनताना न देकर उनका शोषण कर रही है।
जींद (हप्र) : आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को शहर के गोहाना रोड पर ग्रीन बेल्ट में धरना लगाकर 41वें दिन भी हड़ताल जारी रखी। धरने की अध्यक्षता मूर्ति धमतान व संचालन रमेश देवी ने किया। आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन हरियाणा (सीटू) की सचिव सुमन ने कहा कि सरकार आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है, जोकि सही नहीं है।