यमुनानगर,7 दिसंबर (हप्र)
जब एक अधिकारी ही दूसरे अधिकारी के निर्देशों को नहीं मानता तो आम आदमी अपना काम करवाने के लिए कहां जाए। यह कहना है मधु कॉलोनी, करतारपुरा महावीर कॉलोनी व कीर्ति नगर वासियों का, जो मधु कॉलोनी के सामने रेड लाइट लगवाने के लिए करीब तीन वर्ष से भटक रहे हैं। कॉलोनी वासी रणदेव त्यागी, राजेश कुमार, मनी, अनिल व अन्य ने बताया कि उक्त कॉलोनियों के लोगों ने फरवरी, 2019 में एक प्रार्थना पत्र आईजी करनाल को भेजा था।
उन्होंने तत्कालीन उपायुक्त मुकुल कुमार को इस संबंध में कार्रवाई करने के लिए लिखा, इसके बाद उपायुक्त ने नगर निगम यमुनानगर को इस संबंध में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। नगर निगम ने पीडब्ल्यूडी विभाग से इस संबंध में राय मांगी, जिस पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने रेड लाइट लगाने के लिए अपनी तरफ से एनओसी जारी कर दी। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कॉलोनी वासियों ने इस संबंध में राज्यपाल के सचिव को भी पत्र लिखा, जिस पर संबंधित विभाग को तुरंत कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए, लेकिन इन निर्देशों को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इस दौरान उपायुक्त मुकुल कुमार के स्थान पर गिरीश अरोड़ा ने पदभार संभाला। कॉलोनीवासी उनसे भी गुहार लगाने पहुंचे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब यमुनानगर में उपायुक्त पार्थ गुप्ता हैं। कॉलोनीवासियों ने एक बार फिर उपायुक्त के पास गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें आपसे न्याय की आशा है। इस पर अब उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने भी नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर इस मामले में कार्रवाई करने को कहा है।