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बरसात के चलते करोड़ों का कारोबार प्रभावित, थोक सब्जी मंडी बनी टापू

किसानों और थोक सब्जी विक्रेताओं के लिए नहीं बची एक इंच भी जगह
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अम्बाला शहर की सब्जी मंडी में सड़कों व प्लेटफार्मों के ऊपर से बह रहा बरसाती पानी। -हप्र
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बीते 2 दिन से चल रही बरसात के कारण जहां आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ, वहीं थोक व रिटेल मार्केटों में करोड़ों का व्यापार भी प्रभावित होकर रह गया। थोक सब्जी मंडी तो पूरी तरह से टापू बनकर रह गई, जिससे यहां सामान रखने की जगह ही नहीं रही और किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा।

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दरअसल जब 25 एकड़ में फैली इस सब्जी मंडी को करीब 7 साल पहले यहां आनन-फानन में जीटी रोड पर स्थानांतरित किया गया था, इसका लेवल जीटी रोड से कई फुट नीचे ही था। मंडी बोर्ड ने तो इसे यहां स्थानांतरित करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली, बस याद रहा तो राजस्व वसूली और जरूरत पड़ने पर छापामारी, लेकिन मूलभूत सुविधाएं यहां उपलब्ध नहीं करवाई गई।

शुरू में पुरानी अनाज मंडी में लाइसेंसधारी आढ़तियों ने प्लाट लेकर अपना काम-काज प्रारंभ किया था। मूलभूत सुविधाएं खास कर पानी पकासी का कोई प्रबंध आज तक नहीं होने के कारण जरा सी बरसात में सब्जी मंडी पूरी तरह से टापू बन जाती है। आज तो मंडी के प्लेटफार्म तक बरसाती पानी में डूब चुके हैं। पानी निकासी के लिए लो लेवल सबसे बड़ी समस्या है, लेकिन बोर्ड के इंजीनियर आज तक पानी निकासी की दूसरी व्यवस्था नहीं कर पाए। आढ़तियों का कहना है कि मंडी से पानी निकासी के लिए पंप नहीं लगाए गए जबकि आधा दर्जन बड़े पंप लगाए बिना यहां का पानी बाउंडरी से बहर नहीं किया जा सकता।

शहर की थोक सब्जी मंडी में सीमांत पंजाब क्षेत्र से बड़ी संख्या में सब्जी उत्पादक अपनी फसल बेचने आते हैं। जिला अम्बाला और आसपास के क्षेत्रों के फुटकर सब्जी विक्रेता यहां से सब्जी खरीदकर ले जाते हैं और मंडी का कारोबार मध्य रात्रि करीब 2 बजे से ही प्रारंभ हो जाता है, लेकिन पिछले 2 दिन से यहां सन्नाटे की सी स्थिति है। न फसल रखने के लिए कोई जगह ही बची, न थोक व्यापारी पानी भराव के कारण कोई सामान प्लेटफार्मों पर ही रख सके। इससे आम लोगों को सब्जी महंगे भाव पर खरीदने को मजबूर होना पड़ा।

थोक फल-सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान बोले

थोक फल-सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान अमरनाथ बिड़ला के अनुसार मंडी में करीब 25 प्लाट बिक चुके हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। आज मंडी पूरी तरह से टापू का स्वरूप ले चुकी है। किसी प्रकार का कोई व्यापार नहीं हो रहा। मूलभूत समस्याओं को हल करने के लिए सैकड़ों बार अधिकारियों को आग्रह किया जा चुका है। अब शीघ्र ही पूर्व मंत्री असीम गोयल के माध्यम से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को थोक सब्जी मंडी में आने का निमंत्रण दिया जाएगा ताकि वे यहां की समस्याओं को अपनी आंखों से देख सकें और उनको हल करवाने के लिए आदेश दे सकें।

''पूरे क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण स्थिति बिगड़ी है। पानी निकासी के लिए किए गए प्रबंध भी नाकाफी होकर रह गए हैं। मामले की जानकारी अधिकारियों को भेज दी गई है। शीघ्र ही पूरी स्थिति पर नियंत्रण पा लिया जाएगा।

-नवीन कुमार, कार्यकारी अभियंता, मार्केटिंग बोर्ड, अम्बाला

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