गुरुग्राम, 16 जुलाई (हप्र)
प्लाॅट देने का झांसा देकर 78 लोगों से 15 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का मामल सामने आया है। पीड़ितों ने मिलकर इस मामले में पुलिस से शिकायत की है। आरोप है कि बिल्डर न तो प्लाॅट दे रहा है और न ही पैसे लौटा रहा है। यहां तक कि जमीन भी उसके नाम नहीं है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दिए बयान में शिव नगर गुरुग्राम के रहने वाले आशीष नेगी ने बताया कि उसने फर्रूखनगर के सेक्टर 3 में अमाया ग्रीन नामक प्रोजेक्ट में प्लाॅट बुक करवाया था। उक्त टाउनशिप सव्यासाची इंफ्रास्ट्रक्चर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा विकसित की जानी थी। जिस समय प्लाॅट बुक करवाया उस समय कंपनी के निदेशक विजय राजन व उसकी टीम के सदस्यों मनीष, चंदन जयसवाल, मनोज दूबे, मोहन, बब्बन, शाकिर अहमद व साबिर अहमद ने प्रोजेक्ट को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से लाईसेंस प्राप्त, रेरा से अप्रूव्ड बताते हुए इसे साढ़े 3 एकड़ जमीन पर विकसित होना बताया था। आरोप है कि टाउनशिप के लिए मूलभूत सुविधाएं विकसित करने के लिए 12 महीने का समय मांगा गया था। इसी के बाद प्लाॅट की रजिस्ट्री करवाने की बात कही गई थी। लेकिन बिल्डर ने तीन साल बीतने के बाद भी न तो प्लाॅट दिए और न ही पैसे लौटा रहा है। शिकायत में उसने बताया कि इसी तरह से 78 लोगों से बिल्डर व उसके कारिंदों ने करीब 15 करोड़ रुपये ठग लिए।
बाद में जांच करने पर पता चला कि आरोपियों के पास न तो जमीन है और न ही प्रोजेक्ट टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से लाईसेंस प्राप्त है। फर्रूखनगर थाना पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।