रोहतक, 16 मई (हप्र)
राज्य सभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के भाई व श्री कृष्ण गौशाला के पूर्व प्रधान वेदप्रकाश जांगड़ा का कोरोना बीमारी के चलते निधन हो गया। इसके अलावा फरमाना गांव की सरपंच पूनम के पति सुखदीप भी कोरोना से नहीं बच पाए। दोनों मृतकों का रविवार को कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए दाह संस्कार कर दिया गया। मूलरूप से खरकड़ा गांव के रहने वाले वेदप्रकाश जांगड़ा(71) पिछले कई सालों से महम की काठमंडी में परिवार सहित रह रहे हैं। उन्हें सप्ताह पहले कोरोना का संक्रमण हुआ था जिसके चलते उन्हें रोहतक एक अस्पताल में दाखिल करा दिया गया। काफी प्रयास के बाद भी उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ। रविवार अल सुबह उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
इसके अतिरिक्त फरमाणा गांव की सरपंच के पति सुखदीप भी गत दिनों कोरोना पाजिटिव हो गए। पंचकूला के एक अस्पताल में उन्हें उपचार के लिए भर्ती कराया गया। परिजनों का कहना है कि शनिवार देर शाम को हर्ट अटैक आने के कारण उनका निधन हो गया। पूर्व विधायक आनंद सिंह दांगी, विधायक बलराज कुंडू, पूर्व हैड मास्टर बसंतलाल गिरधरए सरपंच आशिष कुमार, महम नगरपालिका अध्यक्ष फतेह सिंह, पूर्व सरपंच सत्येन्द्र सहारण, पूर्व मंडल अध्यक्ष सतबीर भराण, वरिष्ठ भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा आदि ने शोक व्यक्त करते हुए इसे क्षेत्र के लिए क्षति बताया है।
कोविड से बचाव के किये उपाय
बाढड़ा (निस) : भाजपा किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष व मास्क वितरण कमेटी प्रभारी सुखविंद्र मांढी ने रविवार को प्रदेश के सभी जिलाध्यक्ष व पदाधिकारियों से चर्चा कर कोविड से बचाव के लिए उपायों पर चर्चा की। सभी पदाधिकारियों ने प्रत्येक गांव में मास्क व सेनेटाइज पहुंचाने के लिए मंथन किया तथा किसान हितैषी नीतियों पर लाकडाऊन के बाद ग्राम संवाद बैठकों पर विचार किया।
‘एक महीने मेें 70 लोगों ने तोड़ा दम’
फरमाणा गांव के एक अन्य सरपंच आशिष कुमार ने आरोप लगाया है कि उनके गांव में हर तीसरे घर के अंदर लोग बीमार हैं। प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा। इलाज के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। कोरोना के टेस्ट भी नहीं हो रहे। उन्होंने कहा कि गांव में बुखार से एक महीने के अंदर 70 के लगभग लोगों की मौत हो चुकी है।