सोनीपत, 22 मार्च (हप्र)
टीबी (क्षय रोग) के अधिक मरीजों का उपचार करने के मामले में बेहतर कार्य करके भी सोनीपत ब्रांज मेडल की दौड़ में पिछड़ गया है। 20 प्रतिशत मरीजों को ठीक करने पर जिला पलवल और फतेहाबाद को ब्रांज मेडल दिए जाएंगे। टीबी हारेगा, देश जीतेगा अभियान को बढ़ाते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रतियोगिता शुरू की थी, जिसमें 20 प्रतिशत मरीजों को ठीक करने वाले जिलों को ब्रांज मेडल की दौड़ में रखा गया था। इनमें सोनीपत, फतेहाबाद, पलवल, जींद, भिवानी और झज्जर जिले शामिल थे। प्रतियोगिता ने बाजी मारते हुए पलवल और फतेहाबाद ने ब्रांज मेडल पर कब्जा किया है। सोनीपत के जिला नोडल अधिकारी का कहना है कि आगामी प्रतियोगिता में हम बेहतर तैयारी कर जीत सकेंगे।
ये बनाए गए थे वर्ग
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने टीबी को खत्म करने वाले जिलों को 3 श्रेणियों में बांटा था। 60 प्रतिशत मरीजों को ठीक करने वालों को गोल्ड मेडल, 40 प्रतिशत मरीजों को ठीक करने वालों को सिल्वर और 20 प्रतिशत मरीजों को ठीक करने वाले जिलों को ब्रांज मेडल की श्रेणी में रखा गया था। यह पुरस्कार विश्व टीबी दिवस पर 24 मार्च को दिए जाएगा।
”प्रदेश के 6 जिलों ने टीबी के इलाज में बेहतर कार्य किया। इनमें 20 प्रतिशत मरीज ठीक हुए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीमों ने सभी तथ्यों और आंकड़ों की पड़ताल के बाद रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद पलवल और फतेहाबाद को ब्रांज मेडल की घोषणा की गई है।”
-डॉ. राजेश राजू, स्टेट टीबी अधिकारी