गुरुग्राम, 9 मई (निस)
इस्लामपुर के सुभाष चौक के पास 1 महीने पहले तोड़ी गई एचएसवीपी द्वारा दुकानों को लेकर गांव की पंचायत हुई। उस पंचायत में सैकड़ों की संख्या में गांव के निवासी पहुंचे और साथ में राजनीतिक दलों के नेता ने भी भाग लिया।
ग्रामीणों का कहना है कि जो दुकानें तोड़ी गई हैं वे 40 वर्ष से चला रहे हैं और उनकी यह पुश्तैनी जमीन है। जिस पर एचएसवीपी के अधिकारियों ने प्राइवेट बिल्डर से साठगांठ कर रातोंरात 30 दुकानों और एक होटल को तोड़ दिया गया।
उनका कहना था कि पीछे की तरफ लोगों के मकान भी बने थे । उन्हें भी तोड़ दिया गया। गांव की महिलाओं का कहना है कि हम लोग खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए गए थे । उसी रात मौका देख कर नगर निगम के अधिकारी और हुड्डा के अधिकारियों ने हमारे दुकान और मकान तोड़ दिए।
सोमवार की पंचायत में फैसला हुआ है कि 13 मई शुक्रवार को 12 गांवों की महापंचायत होगी। जिसमें लोग इकट्ठे होंगे। सरकार को जगाने का काम करेंगे और क्षेत्रीय विधायक, क्षेत्रीय सांसद तथा प्रशासन के लोगों को भी अवगत कराएंगे कि यह जमीन पुश्तैनी है, जिस पर अवैध रूप से प्राइवेट बिल्डर और प्रशासन के कुछ अधिकारी मिलकर हमारे साथ गलत ढंग से दुकानें तोड़ी गई हैं। उनका सरकार से निवेदन है कि जो दुकानें तोड़ी गई हैं, उनका मुआवजा मिले और दोबारा दुकानों को बनाया जाए। कोरोना काल जैसी महामारी के बीच लोग बेरोजगार हुए हैं। प्रशासन के अधिकारियों ने हमारे बच्चों की ओर परिवार की रोजी-रोटी को छीन लिया। अब यह धरना अनिश्चितकालीन चलेगा। जब तक यह हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती।
बादशाहपुर विधायक राकेश दौलताबाद को पहुंचना था परंतु वह नहीं पहुंचे। पंचायत में 360 गांव के प्रधान श्याम ठाकरान, चौधरी नारसिंह,बलवीर सिंह, जय सिंह नंबरदार, रणवीर सिंह, राकेश नंबरदार, रामनिवास, अशोक सरपंच, डॉ राठी, कांग्रेस नेता कमल वीर, आम आदमी पार्टी जिला अध्यक्ष मुकेश डागर, डॉक्टर सारिका वर्मा पहुंचे।