नारनौल, 13 अप्रैल (निस)
नव संवत्सर-2078 के अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य परिषद के तत्वावधान में ऑनलाइन विचार एवं काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष डॉ़ जितेंद्र भारद्वाज ने की। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षाविद एवं विद्वान पुरुषोत्तम दास आर्य ने कहा कि नव संवत्सर पूर्णतया वैज्ञानिक है तथा हमारे शास्त्रों के अनुसार ब्रह्मा द्वारा सृष्टि की रचना इसी दिन की गई। उन्होंने कहा कि नवसंवत भारतीय संस्कृति का परिचायक है। परिषद के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष एवं साहित्य अकादमी के पूर्व निदेशक डॉ. पूर्णमल गौड़ ने कहा कि नए संवत्सर के उत्सव को मनाया जाना सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण है। कवि गोष्ठी में भारत भूषण तायल, अटेली के साहित्यकार महेंद्र कुमाार शर्मा, लोक साहित्यकार डॉ कृष्णा आर्य, नांगल चौधरी के कवि एवं गजलकार प्रमोद वत्स ने भी अपनी कविता सुनाई। इस अवसर पर प्राध्यापक नरेश निंबाहेड़ा, नरोत्तम सोनी, सोनू भारद्वाज, रोशनलाल पूर्व सरपंच, अरुण कुमार आदि गोष्ठी में उपस्थित रहे।
वहीं, श्री गौड़ ब्राह्मण सभा में मंगलवार को नव संवत्सर 2078 शुरू होने पर हवन का आयोजन किया गया। इस हवन में श्री गौड़ ब्राह्मण सभा के प्रधान राकेश महता यजमान रहे। इस अवसर पर भगवान विष्णु के प्रथम मानव अवतार भगवान परशुराम का भी पूजन अर्चन किया गया। प्रधान राकेश महता ने कहा कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि रचना का कार्य आरंभ किया था। इसी दिन भगवान राम का राज्याभिषेक हुआ था। राजा विक्रमादित्य ने अपना राज्य इसी तिथि से स्थापित किया था। उनके विजय प्राप्त करने के कारण राजा विक्रमादित्य के नाम पर विक्रम संवत्सर का प्रारंभ हुआ। आज के दिन ही भगवान झूलेलाल व सिखों के गुरु अंगद देव का अवतरण हुआ था।
महता ने बताया कि यह दिवस हिन्दू समाज व सनातन धर्म के लिए अत्यंत विशिष्ट पर्व है क्योंकि इस तिथि से ही नए पंचांग प्रारंभ होते हैं और वर्ष भर के पर्व, उत्सव और अनुष्ठानों के शुभ मुहूर्त निश्चित होते हैं। इस अवसर गोबिंद भारद्वाज, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान मनीष वशिष्ठ एडवोकेट, कॉलिजियम सदस्य गोपाल कौशिक, कृष्ण कुमार शर्मा, दिलीप शर्मा मौजूद थे।
मंत्रोच्चार के साथ किया हवन
भिवानी (हप्र) : हलवासिया विद्या विहार में नवसंवत्सर के अवसर पर वैदिक मंत्रोच्चार तथा हवन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सुमन आर्या मुख्य अतिथि के रूप मेें पधारी। प्राचार्य विमलेश आर्य ने वैदिक रीति के द्वारा हवन अनुष्ठान करवाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने आज ही के दिन आर्य समाज की स्थापना की थी। वहीं, वैसाखी पर्व पर प्रकाश डालते हुए वीर हकीकत राय को भी याद किया जिनका आज बलिदान दिवस है। इस अवसर पर संस्थान के प्रशासक दीवान चंद रहेजा ने यज्ञ- हवन की उपयोगिता बताते हुए प्रसाद के महत्व के बारे में बताया। इसके बाद सभी को वैसाखी नवसंवत्सर और नव दुर्गा की हार्दिक शुभकामनाएं दी गईं। आचार्या पूनम तंवर ने हिंदी नववर्ष पर एक लेख पढ़ा।
इस अवसर पर विभाग प्रमुख अलेक्जेंडर दास, अमरेंद्र भारद्वाज, सुवीरा गर्ग, सरला शर्मा, सज्जन भारद्वाज, राजेंद्र नरूला, ज्योत्स्ना शर्मा, किरण मखीजा मौजूद थे।
भारत विकास परिषद ने मनाया नया वर्ष
महेन्द्रगढ़ (निस) : भारत विकास परिषद ने मंगलवार को अपने कार्यालय में नवसंवत 2078 हवन – पूजन के साथ मनाया । पं. इंद्रलाल शर्मा ने हवन-पूजन करवाया। इस अवसर पर नवसंवत के विषय में मुद्रित सामग्री व प्रसाद वितरण भी किया गया । इस अवसर पर परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष हरिसिंह यादव , शाखा संरक्षक विश्वनाथ मिश्रा, पवन भारद्वाज, पवन मित्तल, भरत खुराना, सुरेश सैनी, जेपी भारद्वाज, अमरसिंह सोनी, नत्थूराम शर्मा, हरिराम खन्ना, रतनलाल माधोगढ़िया व सुनील मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
प्रत्येक घर में हो दीपावली जैसा माहौल
कनीना (निस) : नव संवत्सर 2078 शुरू होने पर मंगलवार को बाबा राधेदास आश्रम में हवन का आयोजन किया गया। आश्रम के संचालक बाबा राजेशदास ने कहा कि नव वर्ष के राजा और मंत्री दोनों का कार्यभार अग्नि तत्व मंगल ग्रह के पास रहेगा। वर्ष का फल मिश्रित रहेगा। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को नव संवत्सर पूरे उत्साह के साथ मनाया जाना चाहिये। प्रत्येक घर में दीपावली जैसा माहौल हो और मीठे भोजन की उपलब्धता हो। हवन मेें मोहन सिंह, गोशाला के पूर्व अध्यक्ष यादवेंद्र यादव, धर्मबीर सिंह, कवंर सैन, धनपत सिंह, हनुमान सिंह, सुरेंद्र सिंह, अखिलेश और कृष्ण सिंह ने आहूति डाली।
परंपराओं के साथ मनाना चाहिये नववर्ष
नूंह/मेवात (निस) : राजीव दीक्षित स्वदेशी रक्षक संघ ने हिन्दू नववर्ष का पर्व मंगलवार को हिन्दू विद्या निकेतन विद्यालय में हर्षोउल्लास से मनाया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय कैथल के कुलपति डॉ़ श्रेयांश थे। इस मौके पर आचार्य राजेश ने बताया कि हमें राष्ट्र चिंतन के साथ राष्ट्र की सांस्कृतिक परम्पराओं व संस्कारों को मानते हुये नववर्ष का स्वागत करना चाहिए। राजीव दीक्षित संघ के द्वारा पांच व्यक्तियों को सम्मान किया गया जिसमें पर्यावरण संरक्षण का सम्मान सुरेश कुमार, कृषि शिखर सम्मान नरेंद्र मोहन मिश्रा , संस्कृति शिखर सम्मान लालचंद आर्य, गौ सेवा के लिए व गौ संवर्धन शिखर सम्मान लोकेश सिंगला, योग शिखर सम्मान बिजेंदर सिंह को दिया गया।
पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली
बाढड़ा (निस) : गांव कारीदास विद्यालय में मंगलवार को नववर्ष विक्रमी संवत 2078 पर बीईओ जलधीर सिंह ने पौधरोपण किया और शिक्षकों को पर्यावरण सरंक्षण में भागीदारी की शपथ दिलवाई। राजकीय माध्यमिक विद्यालय, कारीदास में खंड शिक्षा अधिकारी जलधीर सिंह ने कहा कि पर्यावरण के संतुलन के लिए प्राकृतिक संसाधनों का सरंक्षण जरूरी है। इसके लिए हमें समय-समय पर पौधरोपण करना चाहिए ताकि पारिस्थिति तंत्र बना रहे। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षकों को कोरोना महामारी के दौर में सजगता से कार्य करने व लोगों में जागरुकता फैलाने का आह्वान किया।