चरखी दादरी, 13 जुलाई (निस)
बारिश के बाद से बने हालातों की झलक चरखी दादरी के राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में देखने को मिल रही है। स्कूल परिसर से लेकर कमरों व लैब तक पानी से लबालब हैं। हालात ऐसे बने हैं कि विद्यार्थियों के हाथों में किताब होती है तो उनकी नजरें पानी से निकलने वाले सांपों व अन्य कीड़ों पर लगी रहती है।
भय के साये में पढ़ रहे विद्यार्थियों को अपनी जान की परवाह है बावजूद इसके स्कूल से पानी निकासी के पुख्ता प्रबंध नहीं हुए। पानी से लबालब स्कूल होने के चलते 16 जुलाई तक स्कूल प्रबंधन को अवकाश करना पड़ा। वहीं जलभराव के हालातों पर अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं।
ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों की एलएससी कटवाकर दूसरे स्कूलों की ओर रूख कर रहे हैं। बता दें कि मानसून सीजन के दौरान लगातार 6 वर्षों से जिला मुख्यालय पर राजकीय संस्कृति मॉडल स्कूल परिसर में जजभराव की स्थिति बनी रहती है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन द्वारा अवकाश घोषित करते हुए आनलाइन क्लासें शुरू करने की बात कही है।
निकासी का कार्य जारी, जल्द होगा समाधान
जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी नवीन नारा ने कहा कि प्रशासन और विभाग स्कूल में भरे बरसाती पानी को निकालने के लिए प्रयास कर रहा है मोटर लगा दी गई हैं। जल्द समाधान होगा। जिला शिक्षा अधिकारी के निजी स्कूल पर सवाल करने पर उन्होंने कहा कि यह मेरे संज्ञान में नहीं है।
70 विद्यार्थियों ने एसएलसी मांगी
स्कूल में जलभराव के हालातों को लेकर बोर्ड कक्षाओं के 70 विद्यार्थियों ने प्राचार्य को लिखित में प्रार्थना पत्र देकर एलएससी की मांग की है। प्रार्थना पत्र में लिखा कि स्कूल में अवकाश करने पर उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है। प्राचार्य सुरेश यादव ने एसएलसी बारे प्रार्थना पत्रों की पुष्टि करते हुए कहा कि समाधान करवाया जा रहा है।
लापरवाही का खमियाजा भुगत रहे छात्र
अध्यापक संघ प्रधान संजय शास्त्री ने भी शिक्षा अधिकारियों पर आरोप लगाए कि जलभराव की स्थिति होने से पहले कोई प्रबंध नहीं किए। अब ऐसे हालात बने गए हैं कि स्कूल में अवकाश घोषित करना पड़ा। कई बार प्रशासनिक अधिकारियों व उच्चाधिकारियों को पत्र लिखे गए, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।