शाहाबाद मारकंडा, 15 जुलाई (निस)
एनडीआरएफ की टीम द्वारा चलाए गए सर्च अभियान के दौरान मारकंडा नदी में बहे दो कांवड़ियों के शव मिले हैं। जिनकी पहचान गुरसेवक और अजीत के तौर पर हुई है। अभियान से पहले ही गुरसेवक का शव ग्रामीणों ने ढूंढ निकाला था जोकि रेलवे पुल से करीब 200 मीटर की दूरी पर पड़ा मिला था। शव तैर कर खेत में पहुंच गया था। जिसके बाद एनडीआरएफ ने इंस्पेक्टर अंकित के नेतृत्व में वहीं पर सर्च अभियान चलाया जहां पर पहला शव मिला था। वहां से दूसरा शव अजीत सिंह का भी बरामद हो गया। इसके बाद लगातार टीम का सर्च अभियान जारी रहा। टीम ने मारकंडा नदी के साथ-साथ लगते गांवों मलिकपुर व कलसाना में जाकर भी आपरेशन चलाया, लेकिन समाचार लिखे जाने तक तीसरा शव नहीं मिल पाया था। शव मिलने के बाद पूरे लोगों की आंखें नम थीं। शनिवार को सुबह सबसे पहले गुरसेवक का शव मिला तो उसके पिता जसबीर सिंह फफक-फफक कर रो पड़े और कहा कि वह पिछले डेढ़ माह से अपने बेटे गुरसेवक से नहीं मिले थे। जसबीर ने बताया कि वह राज मिस्त्री का काम करता है और पिछले डेढ माह से पंचकूला में अपने काम पर था। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को दोपहर ढाई बजे हरिद्वार से गंगाजल लेकर आए कांवड़िएं गुरप्रीत, राजेश, रमन, अजीत , गुरसेवक मारकंडा नदी में नहाने के लिए उतरे थे, लेकिन इसी बीच उन्होंने एक बच्चे को डूबते हुए देखा और उसे बचाने के लिए नदी में कूद गए थे।