हरियाणा दिवस पर गांव गंगा में मनाया ‘काला दिवस’
हरियाणा दिवस के मौके पर सिरसा जिले के महाग्राम गंगा में जश्न की जगह शोक और आक्रोश देखने को मिला। नशे से लगातार हो रही मौतों के विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने ‘काला दिवस’ मनाते हुए शहीद भगत सिंह चौक पर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दो महीनों में छह युवकों की ओवरडोज से मौत हो चुकी है, जबकि पिछले पांच वर्षों में यह आंकड़ा करीब 60 तक पहुंच गया है।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर कार्रवाई में ढिलाई का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव और आसपास के क्षेत्रों में सिंथेटिक ड्रग्स, मेडिकल नशा और अवैध शराब का कारोबार खुलेआम चल रहा है। नशा मुक्ति कार्यकर्ता भादर बिश्नोई ने बताया कि 2019 में दर्ज 50–60 नशाग्रस्त युवाओं में अब मुश्किल से 20 ही जीवित हैं। ग्रामीण बाबू सिंह और गुरसेवक सिंह ने कहा कि 'चिट्टा' ने गांव की जवानी लील ली है, जबकि सरकारी कार्रवाई केवल बयानबाज़ी तक सीमित है।
प्रदर्शन स्थल पर एडीसी वीरेंद्र सहरावत और डीएसपी मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों से बातचीत कर माहौल शांत किया। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम 10 सूत्रीय ज्ञापन सौंपा, जिसमें नशा रोकने, शराब ठेका हटाने, सीसीटीवी लगाने और नशा पीड़ितों को सहायता देने की मांग की गई।
इस दौरान हेल्पलाइन 1933 पर कॉल करने पर कर्मियों द्वारा “कल देखेंगे” कहने पर ग्रामीण भड़क उठे। एडीसी ने इस लापरवाही पर आश्चर्य जताते हुए जांच का आश्वासन दिया।
