आत्मनिर्भर भारत के विजन पर भाजपा का महामंथन आज
बैठक में सभी सांसदों, मंत्रियों, विधायकों के अलावा प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, जिला प्रभारियों, आत्मनिर्भर भारत अभियान की जिला टोली और आईटी व सोशल मीडिया प्रमुखों की उपस्थिति को अनिवार्य किया गया है। साफ है कि भाजपा चाहती है कि आत्मनिर्भर भारत का संदेश केवल घोषणा तक सीमित न रहे, बल्कि संगठन के हर स्तर से होकर जनता तक पहुंचे।
आत्मनिर्भर भारत की पांच प्राथमिकताएं
पंचकूला की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के विजन को लेकर खासतौर पर पांच प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा होगी। इनमें ‘मेक इन इंडिया’ यानी घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देकर आयात पर निर्भरता घटाना अहम है। इसी तरह ‘लोकल-टू-ग्लोबल’ के तहत स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुंचाने की मुहिम तेज होगी। स्टार्टअप्स और एमएसएमई के जरिये युवाओं को जोड़ा जाएगा। किसानों की समृद्धि के साथ-साथ ‘डिजिटल इंडिया’ पर चर्चा होगी ताकि तकनीक के जरिए नए अवसर पैदा किए जा सकें।
हरियाणा में संभावनाओं पर फोकस
औद्योगिक और कृषि राज्य हरियाणा आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है। यहां स्टार्टअप हब विकसित करने से लेकर एमएसएमई और एग्री-बिजनेस को गति देने तक कई संभावनाएं मौजूद हैं। बैठक में इस बात पर भी मंथन होगा कि राज्य की स्थानीय क्षमताओं को राष्ट्रीय विजन से कैसे जोड़ा जाए। बैठक का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को यह बताना भी है कि आत्मनिर्भर भारत को लेकर सरकार की नीतियों और योजनाओं को जनता तक कैसे पहुंचाना है। सोशल मीडिया और आईटी टीम को इस अभियान को युवाओं तक ले जाने की विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी।