नाली के विवाद को लेकर हांसी में BJP नेता ने पड़ोसी के घर पर चलाई गोली
Haryana Crime: हरियाणा के हांसी में नाली के मामूली विवाद में भाजपा उमरा मंडल अध्यक्ष पर पड़ोसियों पर गोलियां चलाने का आरोप है। पड़ोसी सिंचाई विभाग के क्लर्क और उसके दोस्त ने किसी तरह नीचे झुककर खुद को बचाया। जिसके चलते गोली घर के दरवाजे में जा लगी। गोलियों की आवाज सुनकर इलाके में हड़कंप मच गया। लोग तुरंत अपने घर के भीतर चले गए।
इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात संभाले। इसके बाद भाजपा नेता और दूसरे पक्ष के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि आगामी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक भाजपा के उमरा मंडल अध्यक्ष विजय मलिक हांसी के गांव देपल में रहता है।
आरोपी विजय मलिक भारतीय जनता युवा मोर्चा का हिसार लोकसभा का इंचार्ज रह चुका है। विजय मलिक एबीवीपी में काम कर चुका है। इसके अलावा कई पदों पर रह चुका है। वह भाजपा के उमरा मंडल अध्यक्ष है। उसका पड़ोसियों से नाली को लेकर विवाद हो गया। शनिवार की सुबह करीब 9:30 बजे पड़ोसियों से बहस ज्यादा बढ़ गई। आरोप है कि विवाद बढ़ने पर भाजपा नेता तैश में आ गया। वह घर के भीतर गया और अपना लाइसेंसी पिस्टल निकालकर ले आया। इसके बाद बाहर आकर उसने 2 फायर किए। इसके बाद वहां का माहौल बिगड़ गया। पुलिस की टीम तुरंत वहां पहुंची। भाजपा नेता का इस घटना को लेकर बयान सामने नहीं आया है। वारदात के बाद आरोपी ने घर से भाजपा का झंडा उतार कर तिरंगा लगा दिया है।
सुबह मां के साथ की गाली-गलौज
क्लर्क परवेश ने बताया कि गंदे पानी की निकासी के लिए नाली बनाई हुई है। सुबह विजय मलिक के पिता ने उसके पिता व मां से गाली गलौज की। इसके बाद हाथापाई की नौबत आ गई। इसके बाद उसके ताऊ के बेटे हरीश ने बीच बचाव का प्रयास किया।
हाथापाई का किया बीच-बचाव
परवेश ने बताया कि विजय के पिता रामबीर ने उनकी मां को धक्का मारा और थप्पड़ भी मारने का प्रयास किया। इसके बाद वह व उनका भाई बीच में आए। इसके बाद विजय के ताऊ के बेटे हरीश जो पुलिसकर्मी है, ने बीच बचाव कर मामले को सुलझा दिया।
भाजपा मंडल अध्यक्ष ने आते ही किए फायर
तभी भाजपा का मंडल अध्यक्ष विजय हांसी से आया और आते ही अपने घर के बाहर खड़ा होकर हवा में फायर किए। इसके बाद उसने गाली गलौज की और जोर-जोर से चिल्लाने लगा। एक गोली विजय ने हवा में चलाई। इसके बाद दूसरा फायर परवेश नाम लेकर किया। परवेश व उसका दोस्त अमन नीचे बैठ गए और गोली के निशाने से बच गए।
दो के बाद चलाने लगा था तीसरी भी गोली
परवेश ने बताया कि गोली घर के गेट के कोने में जाकर लगी। इसके बाद उसने तीसरी गोली चलाने का प्रयास किया, मगर उसके ताऊ जगबीर बीच में आ गए और उन्होंने उसे रोक दिया।