चंडीगढ़, 1 जून (ट्रिन्यू)
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि राज्य में बेरोजगारी के भयावह हालातों के लिए भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार द्वारा बनाया गया आर्थिक अराजकता का माहौल जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौर में नए रोजगार की बात तो दूर अब प्रदेश में हालात इतने भयावह हैं कि सालों से कार्यरत लोगों की भी नौकरियां छीन रही हैं। प्राइवेट सेक्टर में हालात गंभीर हैं तो वहीं हरियाणा सरकार द्वारा षड्यंत्र के तहत कई वर्षों से कार्यरत सरकारी कर्मचारियों और कच्चे कर्मचारियों को भी नौकरी से निकाला जा रहा है। मंगलवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में सैलजा ने कहा कि सरकार का काम रोजगार देना होता है, परंतु सरकार रोजगार खत्म करने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर सरकार की विफल नीतियों के चलते उद्योग जगत संकट में है। दिशाहीन सरकार के राज में प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा स्थापित किए गए हजारों कारखानों के बंद होने का सिलसिला जारी है तो कहीं खपत घटने से उत्पादन सिकुड़ रहा है।
इस सरकार की नाकामियों का ही नतीजा है कि ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस में हरियाणा प्रदेश तीसरे स्थान से 16वें स्थान पर लुढ़क गया। लगातार कई महीनों से हरियाणा प्रदेश की बेरोजगारी दर पूरे देश में सर्वाधिक बनी रही है, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। सरकारी नौकरियों को भी सरकार षड्यंत्र के तहत खत्म कर रही है। भर्तियों को लटकाया और रद्द किया जा रहा है। सैलजा ने कहा कि प्रदेश मे तकनीकी क्षेत्र में रोजगार लगातार घटते जा रहे हैं। हरियाणा के गुरुग्राम स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनियों में पिछले एक वर्ष से रोजगार प्राप्त युवाओं की छंटनी की जा रही हैं। अधिकांश बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने नौकरियों के विज्ञापनों की संख्या कम कर दी।