महिला उत्पीड़न के केस में नामजद को भाजपा ने दिया कानूनी पद : बृजेंद्र सिंह
पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह ने राजीव गांधी महाविद्यालय में पत्रकारों से बातचीत में भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि हरियाणा एजी (एडवोकेट जनरल) ऑफिस में हाल ही में 97 प्रतिशत लॉ ऑफिसरों की नियुक्ति की गई है। उनमें से एक व्यक्ति वर्तमान में जमानत पर है। उस पर वर्षों पुराना महिला उत्पीड़न का केस दर्ज है। ऐसे व्यक्ति को कानूनी पद देना भाजपा के नैतिक दिवालियापन को दर्शाता है। बृजेंद्र सिंह ने सवाल उठाया कि क्या भाजपा में परिवारवाद नहीं है? जिस व्यक्ति पर मुकदमा लंबित है। अगर उसे सिर्फ इसलिए पद दिया गया कि वह एक राज्यसभा सांसद का पुत्र है तो यह पार्टी की दोहरी मानसिकता को उजागर करता है।
बृजेंद्र सिंह ने उपराष्ट्रपति द्वारा दिए गए इस्तीफे पर भी प्रतिक्रिया दी कि यह इस्तीफा अपने आप में बड़ी राजनीतिक हलचल का संकेत है। यह विश्वास की कमी को दर्शाता है। जो सरकार और उपराष्ट्रपति के बीच रही होगी। उन्होंने यह भी कहा कि उपराष्ट्रपति का कार्यकाल एकतरफा राजनीतिक झुकाव से भरा रहा। जो उस संवैधानिक पद की गरिमा के अनुरूप नहीं था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया पर भी सवाल उठाया। इस्तीफे के 16 घंटे बाद ट्वीट आया जिसमें कोई आभार नहीं जताया गया और न ही कोई राजनीतिक शिष्टाचार दिखा। यह साफ संकेत है। अंदरखाते कुछ गंभीर मतभेद हुए हैं। मौके पर उनके साथ सज्जन श्योकन्द कुमार, अनिल, हरेंद्र श्योकन्द, संजीव डूमरखां, राजवीर बुडायन, सुरेंद्र गर्ग, कुलदीप काकड़ोद, ओम एडवोकेट व अनूप खेड़ी मसानिया मौजूद रहे।