चंडीगढ़, 5 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा के निकाय चुनावों में जीत हासिल करने के लिए भाजपा माइक्रो मैनेजमेंट पर काम करेगी। पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इन चुनावों में प्रचार करते नजर आएंगे। 8 जून से निकाय चुनावों के लिए सरकार के मंत्रियों, सांसदों व विधायकों के शहरों में दौरे हो सकते हैं। चुनावों की रणनीति को लेकर रविवार को पंचकूला में सभी निकायों के चुनाव प्रभारियों की अहम बैठक हुई।
पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े व प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की मौजूदगी में हुई इस बैठक में पार्टी ने सभी शहरों में जीत सुनिश्चित करने की रणनीति तय की। लगभग दो घंटे चली इस बैठक में चुनाव प्रभारियों से घोषित किए गए प्रत्याशियों को लेकर भी फीडबैक जुटाया गया। शहरों के लोगों में प्रत्याशियों को लेकर बन रही राय के बारे में भी उनसे बातचीत हुई।
बैठक में दोनों नेताओं ने चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की। सभी स्थानों पर भाजपा-जजपा प्रत्याशियों को जिताने की रणनीति पर चर्चा हुई। धनखड़ ने चुनाव प्रभारियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि गठबंधन उम्मीदवार सभी निकायों में जीत हासिल करें। पार्टी प्रत्याशियों के निर्विरोध पार्षद चुने जाने पर प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने प्रसन्नता जाहिर की और इसे संगठनात्मक शक्ति तथा सरकार के कार्यों की जीत बताया। धनखड़ ने दावा किया कि प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के फलस्वरूप भाजपा-जजपा गठबंधन प्रत्याशियों की जीत इन चुनावों में निश्चित है। उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी सरकार, राज्य में मनोहर सरकार पहले से ही जनकल्याण के कार्यों में लगी है। अब नगर परिषद और नगर पालिकाओं में भी भाजपा के प्रत्याशी चुनकर आएंगे तो ट्रिपल ईंजन की सरकार बनेगी। धनखड़ ने कहा, पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता हर घर में पहुंचे और सरकार द्वारा किए गए विकास के कार्यों पर वोट मांगे। प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े ने सभी को पार्टी की सेवा की भावना जनता के बीच ले जाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, जनता का विश्वास भी भाजपा के प्रति लगातार बढ़ रहा है। बैठक में संगठन मंत्री रविंद्र राजू, प्रदेश महामंत्री वेदपाल एडवोकेट, पवन सैनी, मोहनलाल बड़ौली सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
पिंजौर में स्थापित होगी 400 एकड़ की परियोजना
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू): मजबूत व टिकाऊ भवन बुनियादी ढांचे का भविष्य हैं। ऐसे भवन जहां पर्यावरण के अनुकूल हैं, वहीं इनमें ऊर्जा की भी कम खपत होती है। यह कहना है टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग, हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव आईएएस देवेंद्र सिंह का। वे रविवार को चंडीगढ़ में पीएचडी चैंबर ऑफ काॅमर्स तथा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स की ओर आयोजित आर्किटेक्चर कॉन्क्लेव में आर्किटेक्ट्स को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में भविष्य की जरूरतों तथा प्राकृतिक आपदाओं को ध्यान में रखकर बनाई जाने वाली ग्रीन रेटिंग इंटीग्रेटिड हैबीटेट एसेसमेंट (जीआरआईएचए) इमारतों के जैम प्रमाणित इमारतों के लिए एफएआर को तीन प्रतिशत बढ़ाने पर विचार कर रही है। हरियाणा में बन रही इमारतों को इंटीग्रेटिड हरियाणा बिल्डिंग कोड के अनुसार बनवाया जा रहा है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी ने आर्किटेक्ट्स को टिकाऊ इमारत निर्माण और विकास के लिए एचएसवीपी द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, प्रदेश सरकार पिंजौर में करीब 400 एकड़ की बुनियादी ढांचा परियोजना विकसित कर रही है। यह परियोजना बिजली व पानी की आवश्यकताओं के मामले में आत्मनिर्भर होगी।