दलेर सिंह/हप्र
जींद, 25 मार्च
पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह का शुक्रवार उचाना में 76वां जन्मदिन ‘जन सरोकार, संघर्ष लगातार’ कार्यक्रम के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि चौधरी बीरेंद्र सिंह का भाजपा से मोह भंग हो चुका है और वे समारोह में अगला राजनीतिक कदम उठाएंगे। उन्होंने राजनीति को लेकर अगला कदम नहीं उठाया, बल्कि विकल्प खुले जरूर रखे। कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता ने मंच से बीरेंद्र सिंह को निमंत्रण देते हुए कहा कि आप में आपका स्वागत है, लेकिन सुशील गुप्ता बीरेंद्र सिह का भाषण शुरू होने से पहले चले गये।
इनेलो नेता अभय सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि आप सांसद सुशील गुप्ता चौधरी बीरेंद्र सिंह को पार्टी में आने का न्यौता तो दे गये, लेकिन बीरेंद्र सिंह का भाषण होने से पहले ही निकल गये। कम से कम उन्हें चौधरी बीरेंद्र सिंह की इच्छा तो मंच से जाननी चाहिए थी। अभय चौटाला ने चौधरी बीरेंद्र सिंह को सलाह देते हुए कहा कि वे अपने लोगों से पूछकर ही अगला कदम उठाएं, क्योंकि बहकाने वाले बहुत से आएंगे। अभय चौटाला ने बीरेंद्र सिंह को प्रदेश में तीसरा मोर्चा बनाने की सलाह भी दी। अपने संबोधन में बीरेंद्र सिंह ने आप सांसद सुशील गुप्ता के निमंत्रण पर जवाब दिया हुए कहा कि उन्होंने निमंत्रण भी दिया और स्वागत भी किया, लेकिन इससे आगे क्या है, यह स्पष्ट नहीं किया। बीरेंद्र सिंह ने प्रदेश के तीसरे मोर्चे के गठन को लेकर भी अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, अपितु प्रदेश के व्यवस्था परिवर्तन के लिए किसान व कमरे वर्ग को जागरूक करने का आह्वान जरूर किया। ऐसे में चौधरी बीरेंद्र सिंह का अगला राजनैतिक कदम क्या होगा, यह अभी भविष्य के गर्भ में है। जिसका खुलासा संभवत: अगले चुनाव से कुछ समय पहले ही हो सकेगा।
‘राजनीति में किस्मत का बड़ा महत्व’
पूर्व मंत्री रामपाल माजरा ने कहा कि राजनीति में किस्मत का भी बड़ा महत्व है। वर्ष 1991 में चौधरी बीरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री बनते बनते रह गये। वर्ष-2014 में प्रो. रामबिलास शर्मा भाजपा का चेहरा थे, सभी यह मानते थे कि प्रो. रामबिलाश शर्मा ही मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन जब बारी आई तो गुलदस्ते से कुछ और ही निकला। रामपाल माजरा ने कहा कि वर्ष 2019 में चुनाव से छह माह पहले ही हमने अभय सिंह चौटाला को मुख्यमंत्री बना दिया था, लेकिन उनके भतीजे ने ही सारा करा कराया खो दिया।
किसानों की उठाई बात
किसान नेता युद्धवीर सिंह ने मंच से ही कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा नेता पूर्व मंत्री प्रो़ रामबिलास शर्मा से मुखातिब होते हुए कहा कि वो अपने आकाओं को बता दें कि किसानों की सभी लंबित मांगें पूरा कर दें, अन्य किसान जब अपनी पर आयेगा तो फिर बड़ा विस्फोट कर देगा।