चंडीगढ़, 17 दिसंबर (ट्रिन्यू)
विधानसभा में शीतकालीन सत्र के पहले दिन स्पीकर और विपक्षी विधायकों के बीच सीधा टकराव देखने को मिला। एक मौका ऐसा भी आया तब झज्जर विधायक गीता भुक्कल विरोध में स्पीकर वेल तक पहुंच गई। स्पीकर ने जब उन्हें नेम करके बाहर निकालने की चेतावनी दी तो विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा व नूंह विधायक आफताब अहमद उन्हें सीट पर वापस लेकर आए।
यूनिवर्सिटी की नौकरियां हरियाणा लोकसेवा आयोग व हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग से करवाने के फैसले को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव गीता भुक्कल ने सदन में पढ़ा। शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर का जवाब आने के बाद भुक्कल ने इस पर सवाल पूछा। स्पीकर ने उन्हें यह कहते हुए रोक दिया कि उन्हें सवाल पूछने का कानूनी अधिकार नहीं है। इस पर भड़की भुक्कल नाराज़गी स्वरूप स्पीकर वेल तक पहुंच गई।
स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने उन्हें पूरे सत्र से निलंबित करने की चेतावनी दी तो हुड्डा व अहमद वेल में पहुंचे और उन्हें वापस लेकर आए। हालांकि, हुड्डा के कहने पर स्पीकर ने उन्हें बाद में बोलने का मौका दिया।
चुटकी लेते हुए भुक्कल ने कहा कि सरकार को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के नारे को वापस ले लेना चाहिए। सीएम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब पढ़ी-लिखी बेटी कुछ पूछ रही हैं तो उन्हें बोलने से भी रोका जा रहा है।
…आप जैसे लोगों के कारण गरिमा बिगड़ी है
इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला और स्पीकर के बीच भी सीधा टकराव हुआ। स्पीकर नियमों का हवाला देते रहे। जब स्पीकर ने अभय को कहा कि उनका बोलने का समय पूरा हो गया है। अभय इसके बाद भी बोलते रहे तो स्पीकर ने कहा कि आप जैसे लोगों के कारण गरिमा बिगड़ी है। दोनों में तीखी बहस हुई। नाराज़ स्पीकर ने कहा कि ऐसी धक्केशाही नहीं चलेगी। इस तरह का रवैया आपके घर में चल सकता है।