भिवानी, 30 जून (हप्र)
एक ओर जनस्वास्थ्य विभाग स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के दावे करते नहीं थकता वहीं इसके ठीक विपरीत भिवानी शहर की 20 प्रतिशत आबादी आज भी दूषित पानी पीने को मजबूर है। ये चौंकाने वाले आंकड़े स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाल ही में शहर के विभिन्न हिस्सों से एकत्र किए गए पेयजल नमूनों के आधार पर जारी हुए हैं। सीएमओ डॉ. रघुवीर शांडिल्य की मानें तो भिवानी में मई महीने में जो सैंपल लिये थे उनमें अधिकतर फेल हो गये हैं। मई के महीने में स्वास्थ्य विभाग के एमपीएचडब्ल्यू व जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ने एकसाथ 537 सैंपल लिए थे जिस में से 147 फेल हो गये। ये स्वास्थ्य विभाग की लैब में ही चेक किये गए हैं। अगर जनवरी से लेकर मई तक के ब्यौरे पर नज़र डालें तो स्वास्थ्य विभाग ने 1488 सैंपल लिए हैं जिसमें से 319 फेल हुए हैं। इन्हीं आंकड़ों को सैंपल सर्वे माना जाए तो शहर की ढाई लाख आबादी में से 50 हजार से अधिक लोग दूषित पेयजल पी रहे हैं।