भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर की कैथल इकाई ने जिला मुख्यालय पर धरना दिया और मुख्यमंत्री के नाम एडीसी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। किसान पहले हनुमान वाटिका में इकट्ठे हुए और वहां से मार्च करते हुए जिला मुख्यालय तक पहुंचे। धरने में मुख्य तौर पर होशियार सिंह गिल, अभिमन्यु कोहाड़, रामेश्वर आज़ाद, जिला प्रधान शमशेर तितरम, जिला महासचिव देवेंद्र मस्तगढ़, राजौंद ब्लॉक प्रधान सुरेंद्र सोंगरी, कलायत ब्लॉक प्रधान महावीर लाम्बा, युवा जिला अध्यक्ष विक्रम गुहणा, प्रदेश उपाध्यक्ष भाना राम सेगा, युवा प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक मलिक, प्रदेश सलाहकार जसविंदर ढुल, जिला सचिव तरसेम लालर, युवा जिला उपाध्यक्ष मनोज रापड़िया, किताब सिंह कुंडू, कैथल ब्लॉक महासचिव सुखदेव गोयत, कलायत ब्लॉक महासचिव संदीप जाटान, गुहला ब्लॉक प्रधान कुलदीप निर्माण, कैथल शहरी प्रधान सुरेंदर सिंह भंगू, जिला उपाध्यक्ष गुलाब सिसला, लीला तितरम आदि समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
ज्ञापन में कहा गया कि पराली प्रबंधन के लिए किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल का 2019 से रोका गया पूरा बोनस जारी किया जाए एवं बेलर, चॉपर सहित अन्य मशीनें व संसाधन तुरंत उपलब्ध करवाये जाएं। बाढ़, जलभराव, अतिवृष्टि की वजह से खराब हुई फसलों के लिए 70000 रुपये प्रति एकड़ मुआवज़ा व क्षतिग्रस्त मकानों को हुए नुकसान व पशुधन समेत तमाम अन्य नुकसान का मुआवज़ा दिया जाए। एमएसपी पर खरीद की जाए व तय समय में भुगतान करवाया जाए। वायु प्रदूषण के लिए अकेले किसान को ही जिम्मेदार न ठहराया जाए। डीएपी, यूरिया व अन्य उर्वरकों की फ़सल बिजाई से पहले ही निर्धारित मूल्य पर दी जाए। किसानों के खिलाफ दर्ज किए गए झूठे मुकदमे रद्द किया जाएं।