ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

एसवाईएल मुद्दे पर भगवंत मान की मंशा ठीक नहीं : अभय चौटाला

कहा- चंडीगढ़ में पंजाब गवर्नर को प्रशासक बनाया जाना सही नहीं
Advertisement

ट्रिब्यून न्यूज सर्विसचंडीगढ़, 12 जुलाई

इनेलो सुप्रीमो अभय सिंह चौटाला ने कहा कि एसवाईएल को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा यह कहना कि इसका हल चिनाब के पानी से निकलेगा यह ठीक वैसा है कि ‘ना नो मण तेल होगा और ना राधा नाचेगी’। एसवाईएल का पानी हरियाणा को देने पर भगवंत मान की मंशा ठीक नहीं है। इस कहावत को सही ठहराते हुए भगवंत मान सरकार ने विधानसभा में बीबीएमबी संस्थानों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार द्वारा तैनात की गई सीआईएसएफ के विरोध में प्रस्ताव पारित किया।

Advertisement

अभय ने कहा कि भगवंत मान ने यह भी कहा कि एसवाईएल का तीन चौथाई पानी पंजाब का है और एक चौथाई हिमाचल का है तो फिर हरियाणा कहां जाएगा। कल को भगवंत मान कहेंगे कि चंडीगढ़ स्थित सचिवालय और विधानसभा पंजाब का है। इनेलो सुप्रीमाे ने आरोप लगाया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पानी के मुद्दे पर कोरी राजनीति कर रहे हैं। मान एक तरफ तो हरियाणा को पानी नहीं देने की बात करते हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान जाने वाले पानी को वो रोकते नहीं हैं।

अभय ने कहा कि चंडीगढ़ में पंजाब गवर्नर को प्रशासक बनाया जाना ही सही नहीं है। शाह कमीशन के अनुसार चंडीगढ़ हरियाणा का है, इसलिए चंडीगढ़ का प्रशासक भी हरियाणा के गवर्नर को बनाना चाहिए। इनेलो नेता ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार इस मामले में गंभीर नहीं है। एसवाईएल मुद्दे पर दिल्ली में हुई बैठक के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बयान दिया कि बातचीत सार्थक रही वह बेहद बचकानी बात है। एसवाईएल के मामले में सीधी उंगली से घी नहीं निकलेगा उसके लिए उंगली टेढ़ी करनी पड़ेगी।

 

Advertisement