गुरुग्राम, 18 जुलाई (निस)
गुरु द्रोण के गांव से मिलेनियम सिटी और अब ग्लोबल सिटी बनने की ओर अग्रसर गुरुग्राम जिला में निरंतर बेहतर हो रहे सड़क नेटवर्क व मेट्रो कनेक्टिविटी से व्यापार में निवेश सहित औद्योगिक विस्तार की संभावनाओं को लगातार बल मिल रहा है। पिछले आठ वर्षों में गुरुग्राम जिला में प्रदेश व केंद्र सरकार द्वारा धरातल पर उतारी जा रही कनेक्टिविटी की विभिन्न विकास परियोजनाओं के चलते आज गुरुग्राम निवेशकों की पहली पसंद बन गया है।
प्रस्तावित कोरिडोर में सात मेट्रो स्टेशन
यह प्रस्तावित नया मेट्रो रूट डीएमआरसी की ब्लू लाईन से जुडे़गा। प्रस्तावित मेट्रो कोरिडोर में सात स्टेशन होंगे, जिनमें से चार स्टेशन गुरुग्राम जिला की सीमा में तथा तीन स्टेशन दिल्ली क्षेत्र में बनाने का प्रस्ताव है।
निवेश का प्रवेश द्वार बनेगा दिल्ली -वडोदरा-मुम्बई एक्सप्रेस-वे
गुरुग्राम के सोहना क्षेत्र से शुरू होकर मुंबई तक जानेवाला यह एक्सप्रेस -वे गुरुग्राम जिला में नयी निवेश परियोजनाओं का प्रवेश द्वार बनकर उभरेगा। 1380 किलोमीटर लंबाई के इस एक्सप्रेस वे में हरियाणा में पड़ने वाले 160 किलोमीटर क्षेत्र पर 10400 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
गुरुग्राम – अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर राजीव चौक से सोहना के बीच बनाए गए एक्सेस कंट्रोल हाईवे के शुरू होने से अब गुरुग्राम से सोहना की दूरी मात्र 20 मिनट रह गई है। एक्सप्रेस-वे के कारण गुरुग्राम में खुद के आशियाने का सपना संजोए लोग अब सोहना क्षेत्र को प्राथमिकता दे रहे हैं। वहीं पटौदी क्षेत्र में निर्माणाधीन गुरुग्राम-पटौदी-रेवाड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग 352डब्लू को ध्यान में रखते हुए रिहायशी सेक्टर के प्रमुख बिल्डर्स व डेवेलपर्स अब पटौदी क्षेत्र में विशेष रुचि दिखा रहे हैं। करीब 46 किलोमीटर लंबा यह राष्ट्रीय राजमार्ग अगले वर्ष नवंबर माह तक बनकर तैयार हो जाएगा। करीब 1524 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होने वाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर चार लेन होंगी। इसके साथ ही रोड के दोनों ओर सर्विस रोड़ का भी निर्माण किया जा रहा है।
कम होगी पश्चिमी दिल्ली से गुरुग्राम की दूरी
आर्थिक विकास पर ज़ोर दे रही प्रदेश सरकार गुरूग्राम में मेट्रो नेटवर्क में 37 किलोमीटर लंबाई की लाइन जोड़ते हुए इसके विस्तार की योजना पर गंभीरता से कार्य कर रही है। इसमें से हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से ओल्ड गुरूग्राम होते हुए साइबर सिटी तक लगभग 28.5 किलोमीटर लंबाई की मेट्रो लाइन बिछाने की परियोजना भारत सरकार के विचाराधीन है, जो कि स्वीकृति के अंतिम चरण में है। इसके अलावा, पालम विहार से दिल्ली के सेक्टर-21 तक लगभग 8.4 किलोमीटर लंबाई की लाइन बिछाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिस पर मुख्यमंत्री के समक्ष इस परियोजना के सभी बिंदुओं पर चर्चा की जा चुकी है। इससे गुरूग्राम का काफी हिस्सा मेट्रो कनेक्टिविटी से कवर हो जाएगा। गुरुग्राम पालम विहार से सेक्टर-21 द्वारका तक प्रस्तावित मेट्रो लाइन बिछने से पश्चिमी दिल्ली और गुरूग्राम की दूरी घटने के साथ ही जिला की आर्थिक उन्नति को भी रफ्तार मिलेगी।
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर घटेगा ट्रैफिक
गुरुग्राम-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक के दबाव को कम करने व दिल्ली के द्वारका से गुरुग्राम की सीधी कनेक्टिविटी के लिए विकसित किया जा रहा द्वारका एक्सप्रेस-वे वर्ष 2023 में चालू हो जाएगा।