पानीपत, 17 नवंबर (निस)
पानीपत के गांव झांबा में अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के नेतृत्व में 100-100 वर्ग गज के प्लाट लाभार्थियों ने बिना प्रशासन की अनुमति के स्वयं प्लाटों की निशानदेही करके मंगलवार को वहां पर तंबू लगा लिये और बुधवार से वहां पर ही कई लाभार्थियों ने खाना बनाना शुरू कर दिया। जबकि विभागीय अधिकारी न्यायालय के आदेशानुसार कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
प्लाट धारकों ने बताया कि 90 ग्रामीणों को सरकार की तरफ से 100-100 वर्ग गज के प्लाट वितरित किए गए थे। इनकी रजिस्ट्रियां भी उनके पास हैं, परंतु करीब 12 वर्ष बीत जाने पर भी प्रशासन द्वारा उनको कब्जा नहीं दिलाया गया। लेकिन अब उन्होने स्वयं ही अपने प्लाटों पर बिना प्रशासन के कब्जा ले लिया है। उन्होने बताया कि 3 जून, 2021 को ड्यूटी मजिस्ट्रेट व तहसीलदार बापौली ने राजस्व रिकार्ड के अनुसार पुलिस बल के साथ जमीन की निशानदेही की थी, लेकिन उन्हें कब्जा नहीं दिया गया। उन्होने 2 नवंबर को एसडीएम समालखा व बीडीपीओ सनौली खुर्द को उनके प्लाटों की निशानदेही कराने का आग्रह किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। दूसरी ओर गांव झांबा के ग्रामीण इस जमीन को शामलात की भूमि बता रहे हैं और उनका कहना है कि इस जमीन पर गरीबों के प्लाट नहीं काटे जा सकते। इस मौके पर खेत मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष राजेंद्र, जिला उपाध्यक्ष दयानंद पंवार एडवोकेट, जिला सचिव ओमपाल, सतपाल, पवन, जयकिशन, साहबा, सत्ता, राजेश, रमेश, जयभगवान, नफीस, सकीला, सरबती, मामन व कृष्ण आदि मौजूद रहे। इस बारे में बीडीपीओ सनौली खुर्द राजेश सोनी का कहना है कि वे इस मामले में जांच कर रहे है और कानून अनुसार कार्रवाई की जाएगी।