बल्लभगढ़, 3 अगस्त (निस)
जिसे उंगली पकड़ कर चलना सिखाया, उसने आसमान में उड़ाया, यह एक ऐसा अनुभव था जिसे मैं अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी कमाई मान सकता हूं। वो बच्चा जो कुछ साल पहले तक हमारे स्कूल (बंशी विद्या निकेतन, सेक्टर-56ए बल्लभगढ़) में पढ़ने आता था, आज वह पायलट बनकर देशवासियों को हवाई उड़ान का सुखद अनुभव प्रदान करता है।
यह कहना है वरिष्ठ कांग्रेस नेता जगन डागर का। एक हवाई सफर के दौरान पायलट राहुल तेवतिया से अचानक उनकी मुलाकात हुई। डागर के अनुसार, राहुल को जब पता लगा कि मैं और मेरी पत्नी आशा डागर उसी फ्लाइट में हैं, जिसे वह उड़ा रहा है, तो उसने हमारा अभिवादन करते हुए स्पेशल अनाउंसमेंट की। उसने कहा, आज का दिन उसके लिए बहुत खास है, क्योंकि आज उस विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य इस फ्लाइट पर हैं, जिनकी मदद से वह पायलट बनने में कामयाब हो पाया।
डागर ने कहा, राहुल ने इस अवसर पर मुझे बताया कि वह हमेशा ऐसा सोचा करता था कि एक दिन ऐसा आएगा जब उसके विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती अंजू डागर और चेयरमैन नारायण (मेरा छोटा भाई और उनकी धर्मपत्नी) डागर उसकी फ्लाइट में सफर करेंगे। लेकिन हमें साथ पाकर भी वह उतना ही खुश है।