गुंजन कैहरबा/निस
इन्द्री, 26 अक्तूबर
रक्त की कमी का मुकाबला करने के लिए देश भर में मिशन रक्तदान हिन्दुस्तान चलाया जा रहा है। इस मिशन का लक्ष्य हर घर में कम से कम से कम एक रक्तदाता को तैयार करना है। बिहार के औरंगाबाद से शुरू हुआ यह मिशन अलग-अलग राज्यों में जाकर रक्तदान शिविर आयोजित कर रहा है और लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक कर रहा है। करनाल में मिशन का नौवां रक्तदान शिविर आयोजित करने के बाद इन्द्री पहुंचे मिशन का संचालन कर रही संस्था पथ प्रदर्शक के सचिव बमेन्द्र कुमार सिंह ने ‘दैनिक ट्रिब्यून’ के साथ खास बातचीत की। यहां पहुंचने पर वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड होल्डर रक्तदाता डॉ. सुरेश सैनी, प्राध्यापक सुधीर सैनी सहित स्वयंसेवियों ने सिंह का जोरदार स्वागत किया।
पूरे देश में रक्तदान के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से औरंगाबाद, बिहार के रक्तसेवक एवं रक्तदान क्षेत्र में सेवा दे रही स्वयं सेवी संस्था पथ प्रदर्शक के सचिव बमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत औरंगाबाद से की गई। बाद में 4 जुलाई, 2021 को मिशन रक्तदान हिन्दुस्तान की शुरुआत की गई। मिशन के तहत बिहार के औरंगाबाद एवं सहरसा, झारखण्ड के देवघर, जमशेदपुर और रांची, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, पंजाब के फगवाड़ा एवं लुधियाना में रक्तदान शिविर आयोजित करने के बाद 9वां रक्तदान शिविर हरियाणा के करनाल में आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि देश भर में रक्त की कमी के कारण कितने ही मरीजों और घायलों की मौत हो जाती है। बमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि आज भी लोगों में रक्तदान के प्रति डर व मिथ्या धारणाएं हैं, जबकि रक्तदान से दूसरे की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि रक्तदाता अनेक प्रकार की बिमारियों से भी बच जाता है।
डॉ. सुरेश सैनी ने कहा कि रक्त के मामले में आत्मनिर्भरता तभी आ पाएगी, जब सभी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान करेंगे।