गन्नौर (निस) :
खेड़ी रोड स्थित जाट धर्मशाला में रविवार को डा. भीमराव अंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में मूलनिवासी बहुजन संगठनों द्वारा मजदूर संगोष्ठी व सामाजिक लोक कार्यवाही कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। चढ़ूनी का कार्यक्रम में पहुंचने पर एसपी किल्सन, डा. पूनम बेदी, बबीता किल्सन व समाज के लोगों ने स्वागत किया। चढ़ूनी ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर, दीनबंधू छोटूराम, ज्योतिबा फूले की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि किसान आंदोलन एक धर्मयुद्ध है, जिसमें एससी, बीसी, बहुजन समाज के लोगों को भी अपनी भूमिका निभानी होगी। जनता ने अंबानी व अडाणी जैसे कॉरपोरेटों को यह देश बेच देने के लिए भाजपा सरकार को नहीं बनाया था। कॉरपोरेट के हाथों में किसानी चली जाने के बाद किसानों के साथ-साथ उनसे जुड़े मजदूर वर्ग को भी रोजगार नहीं मिल पाएगा। इसलिए किसान आंदोलन में मजदूरों व एससी, बीसी, बहुजन समाज के लोगों भी अपनी भागीदारी करनी होगी।
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान किसानों को हटाना सरकार की कमजोरी नहीं सहनशीलता है, पर चढ़ूनी ने कहा कि यदि सरकार की यह सहनशीलता है तो किसानों पर रोहतक, सिरसा व पिपली में लाठियां क्यों चलवाई गई। यदि कोरोना की आड़ में सरकार की किसानों का आंदोलन समाप्त करने का प्रयास किया तो किसान सरकार की बदमाशी निकाल देंगे। इस मौके पर एसपी किल्सन, डा. पूनम बेदी, बबीता किल्सन, कुलदीप बेदी, आर के चौपड़ा, जाट धर्मशाला के पदाधिकारी रमेश नैन आदि मौजूद रहे।