Back To School हर गांव में गूंजेगी स्कूल लौटने की पुकार, हरियाणा सरकार ने ‘ड्रॉप आउट’ बच्चों को जोड़ने के लिए खोला प्रचार बजट
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 12 अप्रैल
Back To School हरियाणा सरकार ने स्कूल छोड़ चुके बच्चों को दोबारा कक्षाओं में लाने के लिए कमर कस ली है। ‘प्रवेश उत्सव’ अभियान के तहत अब प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों को प्रचार-प्रसार के लिए 5-5 हजार रुपये खर्च करने की अनुमति दी गई है। यह राशि बच्चों को दोबारा स्कूलों की ओर आकर्षित करने वाले जागरूकता कार्यक्रमों में इस्तेमाल की जाएगी।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रमुखों को निर्देश जारी कर दिए हैं। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 के प्रवेश उत्सव कार्यक्रम के तहत यह अभियान राज्य भर में चलाया जाएगा, जिसका लक्ष्य है – हर बच्चे को स्कूल वापस लाना और राज्य को 'जीरो ड्रॉप आउट' बनाना।
ढोल बजाकर और पंचायतों के सहयोग से चल रहा है जागरूकता अभियान
प्रदेश के शिक्षक इन दिनों गांव-गांव जाकर ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल में वापसी के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कई स्थानों पर पंचायतों की मदद से नुक्कड़ सभाएं और जागरूकता रैलियां आयोजित की जा रही हैं। ढोल की थाप पर जब अध्यापक गांवों में पहुंचते हैं, तो माता-पिता का ध्यान खींचा जाता है, और उन्हें समझाया जाता है कि शिक्षा ही भविष्य का आधार है।
प्रवेश उत्सव में लगेगा विद्यालय फंड
सरकार की ओर से यह निर्देश भी जारी किए गए हैं कि प्रवेश उत्सव के लिए जरूरी खर्च विद्यालय फंड से किया जाए। हर स्कूल को 5000 रुपये तक की राशि खर्च करने की छूट दी गई है, जिसे बैनर, पोस्टर, रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रम और माता-पिता बैठकों पर लगाया जा सकता है।