बाबा जाहरवीर गोगाजी का स्थान हिंदू, मुस्लिम एकता का प्रतीक : खरींडवा
गांव काहनगढ़ में स्थित बाबा जाहरवीर गोगाजी की मजार पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी विशाल मेले का आयोजन हुआ। मजार को सेवकों द्वारा पूरी तरह से सजाया गया था। मेले में दूरदराज से आए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। लंबी कतारों में लगे श्रद्धालुओं ने पीर की मजार पर पूजा-अर्चना कर मन्नतें मांगने के साथ अपने सुखमय जीवन की कामना की। मन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालुओं ने मजार पर चादर भी चढ़ाई। बाबा जाहरवीर गोगाजी के पुजारी एवं भगत अनिल कुमार काहनगढ़ ने कहा कि मजार पर सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद जाहरवीर गोगा पीर के आशीर्वाद से पूरी होती है। इसमें हजारों श्रद्धालुओं ने लंगर ग्रहण किया। श्री गोगा जाहरवीर महाराज के भजनों का गुणगान महशूर अवतार, बलकार नाथ पार्टी उगाला द्वारा किया गया। कार्यक्रम में भगवान श्री विश्वकर्मा पांचाल समाज सुधार सभा हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष एवं समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने मुख्य रूप से भाग लेकर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में साहब सिंह खरींडवा ने दान के रूप में मोटी राशि देकर भगत अनिल का सम्मान किया। इस कार्यक्रम में आए गांव छपरी गद्दी श्री गोगा जाहरवीर महाराज कमेटी के प्रमुख सेवादार कुलदीप सैनी छपरी, गगन सैनी छपरी, भूरा सैनी, संदीप, हरमन, सचिन आदि सदस्यों ने भाग लिया। समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने कहा है कि बाबा जाहरवीर गोगाजी का स्थान हिंदू और मुस्लिमों की एकता का प्रतीक है। गोगाजी को नाग देवता के रूप में भी पूजा जाता है। लोग उन्हें गोगाजी चौहान, गुग्गा, जाहरवीर व जाहर पीर के नामों से पुकारते हैं। श्री गोगा जाहरवीर महाराज गुरु गोरखनाथ के प्रमुख शिष्यों में से एक थे। इस अवसर पर गुरचरण सिंह पप्पा खरींडवा, जीवन सिंह खरींडवा, रामेश्वरदास सैनी बाबैन, रणबीर सिंह चहल खरींडवा, सरपंच अमरजीत सिंह, प्रिंस सैनी बाबैन, सचिन सैनी बाबैन, रजनी सैनी बाबैन, कुलदीप सैनी छपरी, संदीप सैनी छपरी के अलावा अनेक लोग मौजूद रहे।