करनाल, 16 अप्रैल (हप्र)
जश हत्याकांड में पुलिस ने खुलासा किया है कि इस हत्या की कोई खास वजह नहीं है। जश की चाची अंजलि ने सीआईडी सीरियल देखते हुए इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस के अनुसार, साइको अंजलि आत्महत्या तक का प्रयास कर चुकी थी और कई अस्पतालों में उसका इलाज भी हुआ था। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद अंजलि व परिवार की दो अन्य महिलाओं को शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
ग्रामीणों द्वारा की जा रही सीबीआई जांच की मांग के बीच शनिवार को पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि अंजलि ने उसे न तो किसी रंजिश में मारा और न ही कोई विवाद था। अंजलि सीआईडी सीरियल देख रही थी। इसी दौरान उसने मोबाइल चार्जर की वायर से जश का गला दबाया और एक बार वायर ढीला भी किया। तब तक जश ठीक था। इसके बाद वह डर गई कि कहीं घर जाकर जश घटना के बारे में परिजनों को न बता दे। इस डर में ही उसने दोबारा जश की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बेड में छिपा दिया। बाद में वह शव को बैग में डालकर रिश्तेदारों की छत पर रख आई।
डॉक्टरों की निगरानी में रहेगी चाची
एसपी ने बताया कि कल्पना चावला मेडिकल कालेज के बोर्ड से भी अंजलि की जांच करवाई गई है। अंजलि की मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार उसे बार-बार गुस्सा आता है। बोर्ड से उसके व्यवहार पर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी गई है। अंजलि को कुछ दिनों तक डाॅक्टरों की निगरानी में रखना होगा। जेल सुपरिंटेंडेंट को भी कहा जायेगा कि अंजलि पर खास निगरानी रखी जाये। एसपी ने बताया कि इस मामले बैग, बेड की चादर, जश की चप्पल, मोबाइल चार्जर वायर बरामद हो गये हैं। एफएसएल की रिपोर्ट आ गई हैं और अब डीएनएन एग्जामिनेशन की रिपोर्ट आनी बाकी है।
ताई, दादी को भी भेजा जेल
करनाल के गांव कमालपुर रोडान निवासी 4 साल का जश 5 अप्रैल को उस समय अपनी चाची के कोप का शिकार हो गया जब वह उसी के पास खेल रहा था। 6 अप्रैल की सुबह उसका शव पड़ोस में टीन के शैड पर पड़ा मिला था। एसपी ने कहा कि जश को आखिरी बार अंजलि के पास देखा गया था। इस मामले में यश की रिश्ते में ताई धनवंती और दादी सौरनदे को भी जेल भेजा जा चुका है। आरोप है कि उन्होंने अपनी छत पर मिले शव को उठाकर पड़ोस मेें पशुबाड़े की टीन की छत पर फैंक दिया था।