दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 23 मई
हरियाणा में चुनावों के दौरान इस बार एक नया ट्रेंड देखने को मिला है। राज्य चुनाव आयोग, हरियाणा पुलिस, इन्फोर्समेंट एजेंसियों तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा अभी तक 75 करोड़ रुपये से अधिक का सामान पकड़ा जा चुका है। इतना ही नहीं, ये एजेंसियां अभी तक 75 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त कर चुकी हैं। जिन लोगों से यह पैसा पकड़ा गया, वे उसका सॉर्स नहीं बता पाए। नकदी ट्रेजरी में जमा करवाई जा चुकी है।
इससे पहले 2019 के चुनावों में लगभग 18 करोड़ रुपये की नकदी चुनाव के दौरान जब्त की गई थी। यानी इस बार चार गुणा अधिक पैसा पकड़ा है। मतदान से पहले तक चुनाव आयोग और एजेंसियों की गहन नज़र रहेगी। सभी अंतर-राज्यीय सीमाओं के अलावा जिलों के बार्डर पर भी नाकेबंदी की गई है। पुलिस द्वारा वाहनों की चैकिंग की जा रही है।
इस बार एक नया ट्रेंड यह देखने को मिला है कि पुलिस द्वारा चैकिंग के दौरान 3 करोड़ रुपये से अधिक कीमत का कपड़ा भी पकड़ा है। इसमें कपड़ों के थान के अलावा साड़ियां, सूट व बच्चों के रेडीमेड गारमेंट्स भी शामिल हैं। माना जा रहा है कि वोट के प्रलोभन के लिए इन कपड़ों काे बांटने की तैयारी थी।
विभिन्न एजेंसियों ने साढ़े 13 करोड़ रुपये कीमत की अवैध शराब और इतनी ही कीमत के नशीले पदार्थ पकड़े हैं। 26 करोड़ रुपये कीमत का सोना-चांदी व दूसरे आभूषण जब्त किए हैं। वहीं दूसरी ओर, मतदान को बिना किसी झगड़े के निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से सम्पन्न करवाने के लिए आयोग सभी जिलों से रिपोर्ट ले चुका है।
जिला उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों की सिफारिश पर 176 मतदान केंद्रों को अति-संवेदनशील घोषित किया है। ये ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां बूथ कैप्चरिंग हो सकती है। मतदाताओं को यह डर है कि उन्हें वोट डालने से रोका जा सकता है। ऐसे मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र बलों के जवानों की तैनाती होगी।
“राज्य निर्वाचन आयोग 25 मई को होने वाले मतदान के लिए पूरी तरह से तैयार है। केंद्रीय सुरक्षा बलों की 110 कंपनियां अलॉट हो चुकी हैं। और भी कंपनियों की डिमांड की गई है। पड़ोसी राज्यों से भी होमगार्ड के छह हजार जवानों का सहयोग लिया जाएगा। आयोग के निर्देशों के तहत ऐसे असामाजिक तत्वों को राउंडअप करने को कहा है, जिनसे लोगों को खतरा हो सकता है। अब तक 75 करोड़से अधिक की नकदी, शराब, ड्रग्स व कीमती वस्तुएं बरामद की जा चुकी हैं। मतदान से पहले तक यह आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।”
-अनुराग अग्रवाल, मुख्य निर्वाचन अधिकारी