गुरुग्राम, 1 दिसंबर (हप्र)
अपना अधिकार पाने के लिए 9 साल से सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहा दिव्यांग पूर्व सैनिक बुधवार कर डीसी कार्यालय के गेट पर धरना देकर बैठ गया। एयरफोर्स में रहते मिले तगमे भी लौटाने का ऐलान किया। गांव कांकरौला के रहने वाले मनोज शर्मा वर्ष-1994 में वायुसेना में भर्ती हुए थे। उन्हें उनकी वीरता, अनुशासन समेत अनेक कार्यों के लिए सेना की ओर से पदक भी मिले। वर्ष-2011 में जम्मू में तैनाती के दौरान एक सड़क हादसे में रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण कमर से नीचे के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया और वायुसेना ने उन्हें शत प्रतिशत दिव्यांग बताकर रिटायर कर दिया। मनोज बताते हैं कि एक योजना के तहत उन्हें 200 वर्ग गज का एक प्लाॅट पंचायत विभाग की ओर से दिया गया लेकिन यह प्लाॅट विवादित जमीन पर दे दिया गया। अधिकारी न तो आज तक उसका कब्जा दिला पाए और न ही रजिस्टरी करवा पाए। उसने वैकल्पिक स्थान पर प्लाॅट की मांग की लेकिन पंचायत विभाग के अधिकारी बीते करीब 9 सालों से चक्कर कटवा रहे हैं। लघु सचिवालय स्थित कार्यालय में मनोज शर्मा के साथ एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज, रितुराज अग्रवाल समेत अनेक लोगों के साथ पहुंचे लेकिन डीसी से मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद ये लोग उनके कार्यालय के बाहर दरवाजे पर ही धरना देकर बैठ गए।
‘डीसी के संज्ञान में लाएंगे केस’
धरने के आधे घंटे बाद सीटीएम सिद्धार्थ दहिया मनोज शर्मा से मुलाकात करने पहुंचे तथा वादा किया कि दो दिन के अंदर पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर इस पर सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। वे इस मामले को डीसी डाॅक्टर यश गर्ग के संज्ञान में लाएंगे और कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।